CT 2025: Is there a threat to the safety of players in Pakistan? Questions raised on absence from duty of more than 100 policemen : आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान पाकिस्तान में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। पंजाब पुलिस के 100 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा ड्यूटी से नदारद पाए गए, जिसके कारण उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है और खेलप्रेमियों के मन में चिंता बढ़ गई है।
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100 से अधिक पुलिसकर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित
पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान 100 से अधिक पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा ड्यूटी निभाने से इनकार कर दिया, जिसके कारण उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। ये पुलिसकर्मी विभिन्न विभागों से संबंधित थे और उन्हें टीमों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम से खिलाड़ियों के होटल तक सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन कई पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। कुछ ने तो अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया, जिससे सुरक्षा प्रबंधन प्रभावित हुआ।
आईजीपी पंजाब ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश
आईजीपी पंजाब उस्मान अनवर ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इन पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा ड्यूटी से इनकार क्यों किया, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि अत्यधिक कार्यभार के कारण वे तनाव में थे। लगातार लंबी ड्यूटी करने से उनमें असंतोष की भावना बढ़ रही थी।
खिलाड़ियों की सुरक्षा पर मंडराया संकट
इस घटना ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर कई चिंताएं खड़ी कर दी हैं। आईसीसी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पहले ही खिलाड़ियों को पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया था, लेकिन इस घटना के बाद इन दावों पर संदेह पैदा हो गया है। भारत ने सुरक्षा कारणों से पहले ही पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया था, जिसके कारण भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेल रही है।
इसके अलावा, पाकिस्तान की टीम भी इस टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है, जिससे मेजबानी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
रावलपिंडी स्टेडियम में सुरक्षा उल्लंघन की घटना
चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान रावलपिंडी स्टेडियम में एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन सामने आया जब न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच मैच के दौरान एक दर्शक मैदान में घुस गया। यह घटना सुरक्षा उपायों की कमजोरी को उजागर करती है।
PCB ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
बोर्ड ने यह भी बताया कि स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों से चर्चा के बाद स्टेडियमों में सुरक्षा बढ़ाने और प्रवेश नियंत्रण को मजबूत करने का फैसला लिया गया है। घटना में शामिल व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे पाकिस्तान के सभी क्रिकेट स्टेडियमों में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
भविष्य में सुरक्षा सुधार के प्रयास
PCB और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां अब मिलकर सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा और सुधार की दिशा में काम कर रही हैं। सोमवार को घटी घटना के बाद सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
एक जिम्मेदार संस्था के रूप में PCB यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि टूर्नामेंट के दौरान कोई भी सुरक्षा चूक न हो। सुरक्षा एजेंसियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा से निभाएं।
निष्कर्ष: क्या पाकिस्तान सुरक्षित मेजबानी कर सकता है?
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों ने पाकिस्तान की मेजबानी क्षमताओं पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
यदि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो भविष्य में बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी के अवसरों पर भी असर पड़ सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को चाहिए कि वह सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा प्रबंधन को और मजबूत करे ताकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए पाकिस्तान को एक सुरक्षित स्थान बनाया जा सके।
क्या आगे बढ़ पाएगा पाकिस्तान?
इस घटनाक्रम से स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को पुनर्गठित करने और मजबूत करने की आवश्यकता है। यदि सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की गई, तो आने वाले वर्षों में पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस चुनौती से कैसे निपटती हैं और खिलाड़ियों की सुरक्षा को कैसे प्राथमिकता देती हैं।