क्रिकेट के भगवान को मिलेगा बड़ा सम्मान
Sachin Tendulkar will receive Lifetime Achievement Award – BCCI will honor him : भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में से एक, सचिन तेंदुलकर, जिन्हें क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने वार्षिक समारोह में इस दिग्गज खिलाड़ी को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। यह पुरस्कार भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू के नाम पर दिया जाता है।
Table of Contents
सचिन तेंदुलकर: एक ऐतिहासिक करियर
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर अद्भुत उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने 16 साल की उम्र में 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद उन्होंने दो दशकों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर राज किया और भारत को 2011 वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई।
सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड
तेंदुलकर के नाम क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं।
- सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन – सचिन तेंदुलकर ने 664 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल 34,357 रन बनाए।
- शतकों का शतक – वह 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।
- सबसे ज्यादा टेस्ट रन – सचिन ने 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए।
- सबसे ज्यादा वनडे रन – सचिन ने 463 वनडे मैचों में 18,426 रन बनाए।
- पहला दोहरा शतक – वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक (200)* लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने।
- इकलौता टी20 मैच – सचिन ने अपने करियर में सिर्फ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला।
क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार
तेंदुलकर को न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सम्मान प्राप्त है। 90 के दशक और 2000 के दशक में उनकी बल्लेबाजी देखने के लिए क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से इंतजार करते थे। जब सचिन बल्लेबाजी करने आते थे तो टीवी स्क्रीन के सामने बैठा हर भारतीय उम्मीदों से भर जाता था।
गेंदबाजों का डर: सचिन तेंदुलकर
विश्व क्रिकेट के कई दिग्गज गेंदबाजों ने सचिन को अपनी सबसे कठिन चुनौती माना है।
- ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने सचिन के खिलाफ गेंदबाजी करने को अपनी सबसे मुश्किल परीक्षा बताया था।
- श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने भी स्वीकार किया कि सचिन को आउट करना बेहद मुश्किल था।
- पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वसीम अकरम और वकार यूनिस भी मानते थे कि सचिन मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते थे।
सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
इस अवॉर्ड का महत्व
सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भारतीय क्रिकेट के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। इसे वर्ष 1994 में स्थापित किया गया था और यह उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में असाधारण योगदान दिया है। इस पुरस्कार के तहत प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और एक नकद पुरस्कार दिया जाता है।
इससे पहले किन खिलाड़ियों को मिला यह सम्मान?
इससे पहले कई दिग्गज खिलाड़ियों को यह अवॉर्ड मिल चुका है:
- रवि शास्त्री (पूर्व भारतीय कोच और क्रिकेटर)
- फारुख इंजीनियर (पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज)
- सुनील गावस्कर (भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज)
- कपिल देव (1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान)
अब सचिन तेंदुलकर इस पुरस्कार को पाने वाले 31वें खिलाड़ी बन जाएंगे।
सचिन तेंदुलकर की विरासत
2011 वर्ल्ड कप: एक सपना साकार हुआ
2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना सचिन का सपना था। उनके लिए यह विशेष रूप से यादगार क्षण था जब महेंद्र सिंह धोनी ने छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनाया। उस जीत के बाद पूरी टीम ने सचिन को अपने कंधों पर उठाया और पूरी दुनिया ने इस लम्हे को देखा।
क्रिकेट से संन्यास: एक युग का अंत
2013 में वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेलने के बाद सचिन ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उनके विदाई भाषण ने करोड़ों भारतीयों की आंखें नम कर दीं।
निष्कर्ष
सचिन तेंदुलकर का सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना न केवल उनके करियर की महानता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि क्रिकेट की दुनिया में उनका योगदान अमिट और अविस्मरणीय है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक गर्व का पल है कि उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान मिलने जा रहा है।