महाकुंभ 2025: प्रयागराज में भीषण जाम, बस-ट्रेन और सड़कों पर लंबी कतारें, श्रद्धालु परेशान

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प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन और ट्रैफिक की स्थिति

Mahakumbh 2025: Huge jam in Prayagraj, long queues in buses, trains and roads, devotees upset : महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन प्रयागराज में जारी है। इस पवित्र आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। लेकिन बढ़ती भीड़ के कारण शहर की सड़कों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भारी अव्यवस्था देखी जा रही है। हर ओर लंबा जाम लगा हुआ है, जिससे स्थानीय लोग और श्रद्धालु दोनों परेशान हो रहे हैं।

महाकुंभ के कारण प्रयागराज में भारी भीड़

Mahakumbh 2025: Huge jam in Prayagraj

महाकुंभ में इस बार वसंत पंचमी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है। बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे शहर के मुख्य मार्गों पर जाम की समस्या विकराल रूप ले चुकी है।

सुबह तीन बजे से ही संगम में स्नान के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु शहर में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। कई लोग जाम के कारण अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैदल ही सफर करने को मजबूर हैं।

कौन-कौन से मार्गों पर जाम की समस्या सबसे अधिक?

मुख्य जाम प्रभावित इलाके

प्रयागराज में प्रमुख प्रवेश मार्गों और घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों पर भीषण जाम देखने को मिल रहा है। इनमें शामिल हैं:

  • फाफामऊ, झूंसी, नैनी और वाराणसी-प्रयागराज जीटी रोड (सुलेम सराय) पर भारी भीड़
  • लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर श्रृंग्वेरपुर धाम से मलाक हरहर तक 23 किमी का सफर तय करने में 4 घंटे से अधिक का समय लग रहा है
  • प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर करछना क्षेत्र में वाहनों की लंबी कतार
  • कानपुर, रीवा-बांदा, अयोध्या-प्रतापगढ़ मार्ग पर भी 10-10 किमी तक वाहनों की भीड़

इस भीषण जाम के कारण कई वाहन चालकों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

स्टेशन और बस अड्डों पर भी अफरा-तफरी

रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को हो रही परेशानी

प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, और रामबाग रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ जमा हो रही है। श्रद्धालु लंबी दूरी की ट्रेनों में खचाखच भरे हुए आ रहे हैं। प्लेटफॉर्मों पर इतनी भीड़ है कि लोगों को ट्रेन में चढ़ने और उतरने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

कुछ यात्रियों को टिकट नहीं मिलने से बिना आरक्षण वाली बोगियों में सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को और अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है।

बस स्टैंड पर भी लंबी कतारें

बस स्टैंड पर भी वही हाल है। यूपी रोडवेज की बसों में इतनी भीड़ हो गई है कि यात्रियों को बसों की छतों पर बैठकर यात्रा करनी पड़ रही है। प्रयागराज से निकलने वाली कई बसें घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे यात्री और अधिक परेशान हैं।

श्रद्धालुओं को घंटों पैदल चलने की मजबूरी

जाम के कारण श्रद्धालु घाटों तक पहुंचने के लिए घंटों पैदल चलने को मजबूर हो रहे हैं। जो सफर आमतौर पर 15-20 मिनट में पूरा होता था, वह अब 2-3 घंटे में भी पूरा नहीं हो पा रहा।

एक श्रद्धालु, पीतांबर शुक्ला, जो फैजाबाद से आए हैं, उन्होंने बताया कि पांच घंटे का सफर तय करने में उन्हें 17 घंटे लग गए। इसी तरह नोएडा से आए अजय कुमार को प्रयागराज पहुंचने में 12 घंटे से अधिक का समय लग गया।

वाहनों की ओवरहीटिंग और आग लगने की घटनाएं

रविवार को अत्यधिक ट्रैफिक के कारण कई गाड़ियां ओवरहीट हो गईं और उनमें आग लग गई। लखनऊ रूट पर बेला कछार इलाके में 12 घंटे के अंदर तीन गाड़ियां जल गईं। फायर ब्रिगेड को शीशा तोड़कर कुछ यात्रियों को बचाना पड़ा। दो लोग इस दौरान बुरी तरह झुलस गए।

क्या कहती हैं प्रशासनिक व्यवस्थाएं?

यातायात नियंत्रण के लिए किए गए उपाय

प्रशासन ने कुछ विशेष उपाय किए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के सामने ये नाकाफी साबित हो रहे हैं।

  • कुछ मुख्य मार्गों को डायवर्ट कर दिया गया है
  • वाहनों की नो-इंट्री टाइमिंग बढ़ा दी गई है
  • पुलिस और ट्रैफिक कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है

लेकिन बावजूद इसके, श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक है कि व्यवस्था चरमरा गई है।

स्थानीय लोगों और यात्रियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोगों के अनुसार, महाकुंभ के दौरान यातायात समस्या सामान्य है, लेकिन इस बार की भीड़ ने सभी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया है।

प्रयागराज निवासी शांतनु सिंह कहते हैं,

“मुख्य स्नान पर्वों पर भी इस तरह का जाम नहीं देखा गया। लेकिन अब आम दिनों में भी हालात बेकाबू हो रहे हैं।”

संजय सिंह, बैरहना निवासी, का कहना है कि

“यात्रा करना मुश्किल हो गया है। न केवल शहर में बल्कि जिले की सीमाओं पर भी गाड़ियों का तांता लगा हुआ है।”

क्या किया जाए?—महाकुंभ में जाने वालों के लिए सुझाव

अगर आप महाकुंभ 2025 में आस्था की डुबकी लगाने जा रहे हैं, तो कुछ सावधानियां जरूर बरतें:

  1. अधिक ट्रैफिक वाले दिन और समय से बचें – प्रमुख स्नान पर्वों पर भीड़ सबसे अधिक होती है।
  2. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें – अपनी निजी गाड़ी लाने के बजाय बस और ट्रेन का उपयोग करें।
  3. अग्रिम बुकिंग करें – होटल और ट्रेनों की अग्रिम बुकिंग करके असुविधा से बच सकते हैं।
  4. पैदल चलने के लिए तैयार रहें – घाटों तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल तय करनी पड़ सकती है।
  5. जल्द निकलें – घाटों तक पहुंचने के लिए जल्दी निकलें ताकि जाम में न फंसे।

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक संख्या उमड़ रही है, जिससे प्रयागराज में ट्रैफिक की समस्या विकराल हो गई है। स्टेशन, बस स्टैंड और सड़कें सभी जाम से प्रभावित हैं। प्रशासन व्यवस्था सुधारने के प्रयास कर रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के सामने ये प्रयास कम पड़ते नजर आ रहे हैं।

अगर आप महाकुंभ में जाने की योजना बना रहे हैं, तो सतर्क रहें और ट्रैफिक अपडेट्स पर नजर रखें ताकि आपकी यात्रा सुगम हो सके।

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