जियो-एयरटेल को महंगे प्लान का नुकसान, BSNL से जुड़े 55 लाख ग्राहक

55 lakh customers connected to BSNL
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Jio-Airtel suffers loss due to expensive plan, 55 lakh customers connected to BSNL : भारत में टेलीकॉम इंडस्ट्री हमेशा से प्रतिस्पर्धा का केंद्र रही है, लेकिन हाल ही में निजी टेलीकॉम कंपनियों द्वारा अपने रिचार्ज प्लान महंगे करने का बड़ा असर देखने को मिला है। इस प्रभाव के कारण भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने ग्राहकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी दर्ज की है। अक्तूबर 2024 तक, BSNL ने लगभग 55 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। यह आंकड़ा दूरसंचार विभाग (DoT) के आंकड़ों पर आधारित है और इसमें जुलाई से अक्तूबर 2024 के बीच भारी उछाल देखा गया है।


महंगे रिचार्ज प्लान का असर

निजी टेलीकॉम कंपनियां जैसे जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (Vi) ने हाल ही में अपने रिचार्ज प्लान लगभग 25% तक महंगे कर दिए। इन कंपनियों का मानना था कि इससे उनकी आय में वृद्धि होगी, लेकिन वास्तविकता में यह निर्णय उन्हें भारी पड़ा। महंगे प्लान के कारण ग्राहक BSNL जैसे सस्ते और बेहतर विकल्पों की ओर रुख करने लगे।


BSNL में ग्राहकों की संख्या में वृद्धि

BSNL ने इस मौके का फायदा उठाते हुए सस्ती सेवाएं और किफायती रिचार्ज प्लान पेश किए, जिससे ग्राहकों का ध्यान उनकी ओर गया।

ग्राहकों की वृद्धि के आंकड़े (जुलाई से अक्तूबर 2024):

  • जुलाई 2024: 1.5 मिलियन (15 लाख) ग्राहक जुड़े।
  • अगस्त 2024: 2.1 मिलियन (21 लाख) ग्राहक जुड़े।
  • सितंबर 2024: 1.1 मिलियन (11 लाख) ग्राहक जुड़े।
  • अक्तूबर 2024: 0.7 मिलियन (7 लाख) ग्राहक जुड़े।

जून 2024 की स्थिति:

जून 2024 में, BSNL ने केवल 63,709 पोर्ट-इन दर्ज किए थे। इस दौरान BSNL छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या कहीं अधिक थी। लगभग 4 लाख ग्राहक BSNL छोड़कर अन्य नेटवर्क्स में पोर्ट हो गए थे।

लेकिन जून के बाद से BSNL की स्थिति में सुधार हुआ। जुलाई से अक्तूबर तक ग्राहकों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई, जिससे BSNL ने एक बार फिर टेलीकॉम सेक्टर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।


ग्राहक छोड़ने की दर में गिरावट

BSNL के ग्राहक छोड़ने की दर में भी जून 2024 के बाद तेजी से कमी आई।

BSNL छोड़ने वाले ग्राहकों की संख्या (जुलाई से अक्तूबर 2024):

  • जुलाई 2024: 0.31 मिलियन (3.1 लाख)।
  • अगस्त 2024: 0.26 मिलियन (2.6 लाख)।
  • सितंबर 2024: 0.28 मिलियन (2.8 लाख)।
  • अक्तूबर 2024: 0.51 मिलियन (5.1 लाख)।

ग्राहक छोड़ने की दर में कमी के साथ, BSNL ने नई सिम कार्ड बिक्री में भी भारी वृद्धि दर्ज की।


नई सिम कार्ड बिक्री में भारी वृद्धि

BSNL ने जून 2024 से अक्तूबर 2024 के बीच नई सिम कार्ड की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की।

नई सिम कार्ड बिक्री (जून से अक्तूबर 2024):

  • जून 2024: केवल 7.9 लाख सिम कार्ड।
  • जुलाई 2024: 4.9 मिलियन (49 लाख) सिम कार्ड।
  • अगस्त 2024: 5 मिलियन (50 लाख) सिम कार्ड।
  • सितंबर 2024: 2.8 मिलियन (28 लाख) सिम कार्ड।
  • अक्तूबर 2024: 1.9 मिलियन (19 लाख) सिम कार्ड।

यह आंकड़े BSNL के बढ़ते आकर्षण और ग्राहकों के विश्वास को दर्शाते हैं।


निजी कंपनियों को झटका

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 में टेलीकॉम इंडस्ट्री ने कुल 10 मिलियन (1 करोड़) ग्राहकों को खो दिया।

कंपनियों के ग्राहक नुकसान के आंकड़े:

  • जियो: 7.9 मिलियन (79 लाख) ग्राहक घटे।
  • एयरटेल: 1.4 मिलियन (14 लाख) ग्राहक घटे।
  • वोडाफोन-आइडिया (Vi): 1.5 मिलियन (15 लाख) ग्राहक घटे।

ग्राहक नुकसान का मुख्य कारण इन कंपनियों द्वारा प्लान की कीमतों में वृद्धि माना जा रहा है।


BSNL की सफलता के कारण

BSNL ने ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए निम्नलिखित रणनीतियां अपनाईं:

  1. किफायती प्लान:
    BSNL ने सस्ते और किफायती रिचार्ज प्लान पेश किए, जो आम जनता की जरूरतों को पूरा करते हैं।
  2. बेहतर नेटवर्क कवरेज:
    BSNL ने अपनी नेटवर्क सेवाओं में सुधार किया, खासकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में।
  3. पोर्टेबिलिटी की सुविधा:
    BSNL ने ग्राहकों को आसानी से नंबर पोर्ट करने की सुविधा दी।
  4. डेटा और कॉलिंग बेनिफिट्स:
    BSNL के प्लान में अधिक डेटा और अनलिमिटेड कॉलिंग जैसे लाभ शामिल थे, जो ग्राहकों को आकर्षित करते हैं।
  5. विश्वसनीयता और सरकारी समर्थन:
    सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी होने के कारण, BSNL पर ग्राहकों का विश्वास अधिक है।

ग्राहकों का BSNL की ओर झुकाव

महंगे प्लान और सेवाओं की गुणवत्ता में गिरावट के कारण निजी कंपनियों के ग्राहक BSNL की ओर झुकने लगे। BSNL की रणनीतियां न केवल किफायती थीं, बल्कि उन्होंने ग्राहकों की जरूरतों को सही तरीके से समझा और उन्हें पूरा किया।


भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं

BSNL की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि टेलीकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा अब भी जीवंत है। हालांकि, BSNL को अपनी सेवाओं में लगातार सुधार करना होगा और ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाओं को पूरा करना होगा।

चुनौतियां:

  1. निजी कंपनियों की वापसी की कोशिश:
    जियो और एयरटेल जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को वापस लाने के लिए नई रणनीतियां अपना सकती हैं।
  2. नेटवर्क अपग्रेड:
    BSNL को अपनी 4G और 5G सेवाओं को और बेहतर बनाना होगा।

संभावनाएं:

  1. ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तार:
    BSNL ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं और मजबूत कर सकती है।
  2. डिजिटल इंडिया अभियान:
    सरकारी योजनाओं के तहत, BSNL को और अधिक समर्थन मिल सकता है।

निष्कर्ष

जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया द्वारा रिचार्ज प्लान महंगे करने का असर अब साफ दिखाई दे रहा है। BSNL ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए अपनी सेवाओं को बेहतर बनाया और ग्राहकों को सस्ती दरों पर बेहतरीन सेवाएं प्रदान कीं। इसके परिणामस्वरूप, BSNL ने न केवल अपने ग्राहक आधार को बढ़ाया बल्कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में अपनी मजबूत उपस्थिति भी दर्ज कराई।

ग्राहकों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करना ही किसी भी टेलीकॉम कंपनी की सफलता का मूल मंत्र है। BSNL ने यह साबित कर दिया है कि सही रणनीतियों और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण से प्रतिस्पर्धा में भी आगे बढ़ा जा सकता है

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