IND vs AUS: Sunil Gavaskar upset over not giving Border-Gavaskar trophy, said – “I would have liked” : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 का समापन शानदार क्रिकेट के साथ हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की। हालांकि, इस मौके पर भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर को नजरअंदाज किया जाना चर्चा का विषय बन गया।
Table of Contents
गावस्कर की नाराजगी: ट्रॉफी न देने पर उठाए सवाल

ऑस्ट्रेलिया की जीत के बाद एलन बॉर्डर ने घरेलू टीम को ट्रॉफी सौंपी, लेकिन मैदान पर मौजूद सुनील गावस्कर को इस प्रक्रिया से बाहर रखा गया। यह घटना सुनील गावस्कर को अखर गई। उन्होंने कहा, “मुझे ट्रॉफी देने के लिए बुलाया जाता तो मैं इसे बेहद खुशी के साथ सौंपता। यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है और भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों का इससे जुड़ाव है। मैं मैदान पर मौजूद था और इससे फर्क नहीं पड़ता कि ट्रॉफी ऑस्ट्रेलिया ने जीती है।”
गावस्कर ने दोस्ती और सम्मान की बात की
गावस्कर ने अपने बयान में इस ट्रॉफी से जुड़ी भावनाओं और महत्व को भी साझा किया। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात होती कि मैं अपने अच्छे दोस्त एलन बॉर्डर के साथ ट्रॉफी देता।” उनका यह बयान भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच भावनात्मक चर्चा का कारण बना।
IND vs AUS: 2024 में भारत 14वीं बार टेस्ट में 80 ओवर से पहले हुआ ऑलआउट, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश को छोड़ा पीछे
ऑस्ट्रेलिया का शानदार प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट में छह विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज को अपने नाम किया। यह जीत उनके लिए 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हासिल करने का मौका था। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में दो टेस्ट जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की, जबकि भारत ने एक मैच जीता और एक ड्रॉ रहा।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: टेस्ट क्रिकेट की ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता
1996-97 में शुरू हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विताओं में से एक मानी जाती है। इस ट्रॉफी का नाम भारतीय बल्लेबाजी के महानायक सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर के नाम पर रखा गया है। यह दोनों खिलाड़ियों के अद्वितीय योगदान और उनकी खेल भावना का प्रतीक है।
दर्शकों का अभूतपूर्व समर्थन
इस सीरीज के दौरान हर मैदान पर दर्शकों की भारी भीड़ देखी गई। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर 87 साल पुराना दर्शकों का रिकॉर्ड टूटा, जिसने इस सीरीज की लोकप्रियता को दर्शाया। पांच मैचों की इस श्रृंखला में पर्थ, एडिलेड, ब्रिस्बेन, मेलबर्न और सिडनी ने जबरदस्त रोमांच देखा।
भारत का प्रदर्शन: कमजोर शुरुआत, मजबूती की कमी
भारत ने सीरीज का पहला टेस्ट पर्थ में जीता, जिससे यह उम्मीद जगी थी कि भारतीय टीम ट्रॉफी की रक्षा कर सकती है। लेकिन एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी की। ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न और सिडनी में लगातार दो मैच जीतकर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया।
सुनील गावस्कर और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का महत्व
सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट के पहले बल्लेबाज थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाए। उनकी तकनीक और खेल के प्रति समर्पण आज भी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। वहीं, एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। इन दोनों दिग्गजों के नाम पर बनी यह ट्रॉफी क्रिकेट जगत में अद्वितीय स्थान रखती है।
गावस्कर को नजरअंदाज करना: सही या गलत?
गावस्कर को ट्रॉफी न देने के फैसले पर सोशल मीडिया और क्रिकेट प्रेमियों में तीखी प्रतिक्रिया देखी गई। कई लोगों ने इसे भारतीय क्रिकेट के प्रति अनादर माना, जबकि कुछ का मानना है कि यह केवल एक प्रोटोकॉल का हिस्सा था।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान का बयान
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान ने सीरीज जीत के बाद कहा, “यह जीत हमारे लिए खास है। भारत ने हमेशा हमें कड़ी टक्कर दी है, लेकिन हमने अपनी रणनीति और प्रदर्शन से ट्रॉफी जीती।”
आगे का रास्ता: भारत के लिए सबक
भारतीय टीम को इस हार से सबक लेना होगा। बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार की जरूरत है। विदेशी परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारी और मानसिक मजबूती पर ध्यान देना होगा।
निष्कर्ष
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का यह संस्करण यादगार रहा। हालांकि, सुनील गावस्कर को नजरअंदाज करना इस आयोजन पर एक सवालिया निशान छोड़ गया। यह घटना क्रिकेट में खिलाड़ियों और इतिहास का सम्मान बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करती है।
आने वाले सीजन में भारतीय टीम को अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा, ताकि वह अगली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने नाम कर सके।