महाकुंभ से लौट रही बस खाई में गिरी: एक महिला की मौत, 19 घायल

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Bus returning from Mahakumbh fell into ditch: one woman died, 19 injured : उत्तर प्रदेश के रामगढ़ क्षेत्र में महाकुंभ स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा सोमवार रात लगभग 2:30 बजे हुआ जब बस चालक को झपकी आने से बस अनियंत्रित होकर 15 फीट गहरी खाई में पलट गई। इस हादसे में एक वृद्ध महिला की मौत हो गई, जबकि 19 अन्य लोग घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद ही चालक और परिचालक मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल भिजवाया।

हादसे की पूरी जानकारी

श्रद्धालुओं की यह बस मथुरा से महाकुंभ स्नान के लिए रवाना हुई थी। 8 फरवरी को यह यात्रा शुरू हुई थी और यात्रियों की संख्या 55 थी। कुंभ स्नान के बाद श्रद्धालु वापस मथुरा लौट रहे थे। जब बस थाना रामगढ़ क्षेत्र में सांती पुल और ममता डिग्री कॉलेज के बीच पहुंची, तब चालक को झपकी आ गई और बस नियंत्रण खो बैठी। अचानक बस रोड से उतरकर एक पलटा खाते हुए खाई में जा गिरी।

बस में सो रहे यात्री इस अचानक हुए हादसे से हड़बड़ा गए और बस के पलटते ही चीख-पुकार मच गई। अंधेरी रात में यह घटना हुई, जिससे बचाव कार्य में भी कठिनाइयाँ आईं। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया और यात्रियों को बस से बाहर निकाला। कई यात्री खुद भी बस से बाहर आने में सफल रहे।

राहत एवं बचाव कार्य

पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को निकाला गया। घायलों को तुरंत एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। 55 यात्रियों में से 20 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 19 को प्राथमिक उपचार के बाद वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, जबकि एक वृद्ध महिला की मृत्यु हो गई। चिकित्सकों ने मथुरा के गोविंद नगर स्थित पृथ्वी वाली कॉलोनी की रहने वाली 68 वर्षीय शांति देवी को मृत घोषित कर दिया।

मृतका के पति रामस्वरूप ने बताया कि वे अपनी पत्नी और भतीजे के साथ इस धार्मिक यात्रा पर गए थे। उन्होंने यह भी बताया कि बस मालिक ने प्रत्येक यात्री से 1500 रुपये किराया लिया था।

चालक और परिचालक फरार

इस दर्दनाक हादसे के बाद बस चालक और परिचालक मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। थाना प्रभारी संजीव दुबे ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार यह हादसा चालक को झपकी आने की वजह से हुआ है। चालक ने बस पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे बस गहरी खाई में जा गिरी।

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घायलों की सूची

इस हादसे में घायल हुए यात्रियों की सूची इस प्रकार है:

  • बबीता (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • योगेश (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • मानसिंह (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • केशव (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • मिथलेश (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • विजया देवी (कृष्णा नगर, मथुरा)
  • अवध किशोर (आनंद नगर, मथुरा)
  • पूजा कुमारी (श्याम नगर, मथुरा)
  • हंसो देवी (श्याम नगर, मथुरा)
  • रामस्वरूप (पृथ्वी वाली कॉलोनी, मथुरा)
  • सुनीता (आनंदपुरी, मथुरा)
  • जमुना देवी (आनंदपुरी, मथुरा)
  • पार्वती (आनंदपुरी, मथुरा)
  • अनूप कुमार (आनंदपुरी, मथुरा)
  • मंजी देवी (आनंदपुरी, मथुरा)
  • गायत्री (पिपरौली, थाना मांठ, मथुरा)
  • नाथु (धर्मलोक नगर, मथुरा)
  • रमेश (धर्मलोक नगर, मथुरा)
  • गीता देवी (बेरा, मथुरा)

प्रशासन की प्रतिक्रिया

हादसे की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि बस चालक और परिचालक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस मामले में बस मालिक से भी पूछताछ की जाएगी कि क्या बस का संचालन नियमों के तहत किया जा रहा था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या चालक को यात्रा के दौरान पर्याप्त विश्राम दिया गया था या नहीं।

यात्रियों की प्रतिक्रिया

हादसे में घायल हुए यात्रियों ने बताया कि दुर्घटना से पहले बस में झटके लग रहे थे, जिससे ऐसा लग रहा था कि बस चालक को ठीक से बस चलाने में कठिनाई हो रही है। कई यात्रियों ने यह भी बताया कि चालक शायद काफी थका हुआ था, जिससे उसकी झपकी लग गई।

एक यात्री ने बताया, “हम बस में सो रहे थे। अचानक तेज झटका लगा और बस पलट गई। हमें कुछ समझ नहीं आया कि क्या हुआ। बस के गिरते ही सब जगह अंधेरा छा गया और चारों ओर चीख-पुकार मच गई।”

एक अन्य यात्री ने कहा, “अगर चालक को आराम दिया जाता तो यह हादसा नहीं होता। बस यात्रा के दौरान कई बार ऐसा लगा कि चालक नींद में था।”

यात्रा में सुरक्षा पर उठे सवाल

इस हादसे के बाद एक बार फिर लंबी दूरी की बस यात्राओं में सुरक्षा उपायों पर सवाल उठने लगे हैं।

  1. चालकों को पर्याप्त विश्राम मिलना चाहिए – लंबी यात्राओं के दौरान बस चालकों के लिए पर्याप्त विश्राम अनिवार्य किया जाना चाहिए ताकि वे सतर्कता से गाड़ी चला सकें।
  2. बसों की फिटनेस की जाँच – प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी प्राइवेट बसें यात्रा से पहले पूरी तरह सुरक्षित और जांची-परखी हुई हों।
  3. यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता हो – बस मालिकों को भी यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और केवल अनुभवी तथा सतर्क चालकों को ही नियुक्त करना चाहिए।

निष्कर्ष

यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि लंबी यात्राओं के दौरान सुरक्षा के उपाय कितने महत्वपूर्ण होते हैं। प्रशासन और बस संचालकों को चाहिए कि वे यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और सुनिश्चित करें कि चालक पूरी तरह सतर्क हो। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही दोषियों को पकड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी जाएगी। श्रद्धालुओं के लिए यह हादसा एक दर्दनाक अनुभव बन गया, जिसमें एक महिला ने अपनी जान गंवा दी और 19 लोग घायल हो गए। प्रशासन और बस संचालकों को इस प्रकार की घटनाओं से सबक लेकर सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत है।

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