वंदे मेट्रो: गुजरात से शुरू हो सकती है देश की पहली वंदे भारत मेट्रो, जानें क्यों चुने गए ये शहर
Vande Metro: Country’s first Vande Bharat Metro can start from Gujarat, know why these cities were selected : भारत में रेल यात्रा के अनुभव को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर वंदे भारत मेट्रो का परिचालन शुरू होने वाला है। वंदे भारत एक्सप्रेस की अपार सफलता के बाद, अब वंदे भारत मेट्रो की शुरुआत पर विचार किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस नई मेट्रो सेवा को दिल्ली या मुंबई जैसे बड़े शहरों से नहीं, बल्कि गुजरात के अहमदाबाद और वडोदरा जैसे शहरों से शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
वंदे भारत मेट्रो की विशेषताएं
वंदे भारत मेट्रो को खासतौर पर शहरी और उपनगरीय क्षेत्रों में रोजाना सफर करने वाले यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। वंदे भारत मेट्रो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह 0 से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड को केवल 45 से 47 सेकंड में पकड़ लेती है, जो मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस से भी तेज है। हालांकि, इसकी अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रति घंटे रखी गई है, क्योंकि स्टेशन करीब-करीब होने के कारण इसकी स्पीड को थोड़ा कम रखा गया है।
पहली वंदे भारत मेट्रो: अहमदाबाद से वडोदरा के बीच
रेलवे मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पहली वंदे भारत मेट्रो को गुजरात के अहमदाबाद से वडोदरा के बीच चलाने की योजना बनाई गई है। इस रूट का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इस मार्ग पर प्रतिदिन यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या काफी अधिक है। हाल ही में 20 कोच वाली वंदे मेट्रो का ट्रायल भी पूरा हो चुका है। हालांकि, अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद ही लिया जाएगा।
वंदे मेट्रो के संभावित रूट और शहर
वंदे भारत मेट्रो के जरिए देश के लगभग 124 शहरों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इनमें लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, भुवनेश्वर-बालासोर, तिरुपति-चेन्नई, इलाहाबाद-वाराणसी, भोपाल-जबलपुर, गोरखपुर-लखनऊ, दिल्ली-मुरादाबाद, अमृतसर-चंडीगढ़ और दिल्ली-आगरा जैसे प्रमुख रूट शामिल हैं। यह मेट्रो सेवा खासतौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी जो प्रतिदिन शहरों के बीच सफर करते हैं।
वंदे भारत मेट्रो की तकनीकी विशेषताएं
वंदे भारत मेट्रो का डिज़ाइन इसे अत्यधिक प्रभावशाली और समय की बचत करने वाला बनाता है। वंदे भारत एक्सप्रेस की तुलना में वंदे मेट्रो की पिकअप स्पीड अधिक है। मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस को 0 से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ने में 52 सेकंड का समय लगता है, जबकि वंदे मेट्रो केवल 45 से 47 सेकंड में यह स्पीड हासिल कर लेगी।
क्यों चुना गया अहमदाबाद-वडोदरा रूट?
अहमदाबाद-वडोदरा रूट का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इस मार्ग पर यात्रियों की संख्या काफी अधिक है और यह रूट पहले से ही अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, इस रूट पर वंदे मेट्रो चलने से हजारों दैनिक यात्रियों को समय की बचत होगी और उनकी यात्रा और भी आरामदायक बनेगी।
निष्कर्ष: वंदे भारत मेट्रो की संभावनाएं
वंदे भारत मेट्रो के आने से न सिर्फ यात्रियों को नई सुविधा मिलेगी, बल्कि यह शहरी परिवहन के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत भी करेगी। अहमदाबाद और वडोदरा से इसकी शुरुआत, देशभर के अन्य शहरों के लिए भी एक उदाहरण बनेगी। आने वाले समय में यह मेट्रो सेवा लाखों यात्रियों के जीवन को सरल और सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।