कोहली नहीं, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने इस भारतीय को सबसे ज्यादा स्लेज करने वाला क्रिकेटर बताया, जानें
Not Kohli, Australian players called this Indian the most sledging cricketer, know : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट की प्रतिद्वंद्विता हमेशा से रोमांचक रही है, और इस साल नवंबर से शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए माहौल पहले से ही गरम हो गया है। हालांकि इस सीरीज में अब तक के मुकाबलों की तुलना में कुछ नया है, लेकिन स्लेजिंग का वही पुराना रंग बरकरार है। स्लेजिंग, जो खिलाड़ियों के बीच मानसिक खेल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है, अक्सर इन दोनों टीमों के बीच देखी जाती है।
हाल ही में, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कई प्रमुख खिलाड़ियों से पूछा गया कि उन्हें किस भारतीय खिलाड़ी ने मैदान पर सबसे अधिक स्लेज किया है। उम्मीद की जा रही थी कि वे विराट कोहली का नाम लेंगे, जो अपने आक्रामक खेल और मैदान पर जोशीले व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार उन्होंने सभी को चौंकाते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का नाम लिया।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, नाथन लियोन, पैट कमिंस, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन से जब पूछा गया कि कौन सा भारतीय खिलाड़ी सबसे ज्यादा स्लेज करता है, तो सभी ने सर्वसम्मति से ऋषभ पंत का नाम लिया। इस प्रतिक्रिया से क्रिकेट प्रशंसकों के बीच हलचल मच गई क्योंकि कोहली की जगह पंत का नाम आना वाकई में एक अप्रत्याशित फैसला था।
ऋषभ पंत की स्लेजिंग की कहानी
ऋषभ पंत ने स्लेजिंग को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा था, “कोई भी किसी को स्लेज करने की योजना नहीं बनाता, लेकिन जब कोई ऐसा करता है, तो मुझे यह पसंद नहीं आता। इसलिए मैं बेहद विनम्र होकर स्लेज करता हूं।” पंत का यह दृष्टिकोण उन्हें औरों से अलग बनाता है। 2018-19 की भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में, पंत और ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर टिम पेन के बीच एक दिलचस्प स्लेजिंग युद्ध हुआ था, जिसे फैंस ने खूब पसंद किया। उस दौरान, पेन ने पंत को चिढ़ाते हुए कहा था, “बिग एमएस (महेंद्र सिंह धोनी) आ गए हैं, अब आपको होबार्ट आकर टी20 क्रिकेट खेलना चाहिए। आप मेरे बच्चों की देखभाल भी कर सकते हैं।” इसके जवाब में पंत ने भी कुछ चुटीले जवाब दिए, जिसने दर्शकों को गुदगुदाया।
यह स्लेजिंग मुकाबला इतना चर्चित हुआ कि तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने भी इसका जिक्र किया। उन्होंने पंत को उनकी स्लेजिंग के लिए पहचान दिलाई और कहा कि यह खेल का एक मनोरंजक हिस्सा है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तैयारी
इस साल की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है। खासकर भारत के लिए, क्योंकि इस ट्रॉफी पर अभी उनका कब्जा है और वे इसे बनाए रखना चाहेंगे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का इतिहास बताता है कि इन दोनों टीमों के बीच मुकाबले हमेशा ही कांटे की टक्कर वाले होते हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। भारत ने पिछली चार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज जीती हैं, जिसमें 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर मिली दो ऐतिहासिक जीतें शामिल हैं।
इस बार की सीरीज खास इसलिए भी है क्योंकि यह पहली बार है जब दोनों टीमों के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। इससे पहले चार मैचों की सीरीज होती थी। इस सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर से पर्थ में होगा, उसके बाद दूसरा टेस्ट 6 से 10 दिसंबर तक एडिलेड ओवल में डे-नाइट टेस्ट के रूप में खेला जाएगा। तीसरा टेस्ट 14 से 18 दिसंबर तक ब्रिसबेन के गाबा में होगा, जबकि चौथा टेस्ट 26 से 30 दिसंबर तक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आयोजित किया जाएगा, जिसे बॉक्सिंग डे टेस्ट कहा जाता है। इस प्रतिष्ठित सीरीज का समापन 3 से 7 जनवरी तक सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर होगा।
ऑस्ट्रेलिया का भारत के खिलाफ हालिया रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2014-15 में भारत के खिलाफ सीरीज जीती थी, और भारतीय सरजमीं पर उनकी आखिरी जीत 2004-05 में हुई थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए इस बार की सीरीज में जीत बहुत मायने रखती है क्योंकि वे लंबे समय से भारत के खिलाफ सीरीज जीतने में नाकाम रहे हैं। भारत ने हाल के वर्षों में अपने खेल को ऊंचे स्तर पर पहुंचाया है और कई महत्वपूर्ण मैचों में ऑस्ट्रेलिया को मात दी है। खासकर 2018-19 और 2020-21 की सीरीज में, जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
सीरीज के प्रमुख खिलाड़ी
इस सीरीज में दोनों टीमों के कुछ प्रमुख खिलाड़ी निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। भारत की ओर से जहां विराट कोहली, रोहित शर्मा, और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी बल्लेबाज अहम भूमिका निभाएंगे, वहीं ऋषभ पंत का खेल और स्लेजिंग का अंदाज भी देखने लायक होगा। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, और नाथन लियोन जैसे गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश करेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ जैसे बल्लेबाज महत्वपूर्ण साबित होंगे। इन खिलाड़ियों के बीच मुकाबला रोमांचक होगा, और फैंस को उम्मीद है कि यह सीरीज कई यादगार पल लेकर आएगी।
स्लेजिंग का इतिहास
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्लेजिंग का इतिहास भी काफी लंबा रहा है। दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे को मानसिक दबाव में लाने के लिए अक्सर स्लेजिंग का सहारा लेते हैं। 2008 की सीरीज में ‘मंकीगेट’ विवाद ने इस स्लेजिंग को और चर्चित कर दिया था, जब हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। इसके बाद से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हर सीरीज में स्लेजिंग का कोई न कोई किस्सा देखने को मिलता है।
हालांकि, समय के साथ भारतीय खिलाड़ियों ने भी स्लेजिंग में महारत हासिल कर ली है। वे अब सिर्फ जवाब नहीं देते, बल्कि खुद भी विरोधी टीम के खिलाड़ियों को स्लेज करते हैं। ऋषभ पंत, विराट कोहली, और रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ी इसका उदाहरण हैं, जो न केवल अपने खेल से बल्कि अपनी बातचीत से भी विरोधी टीम पर दबाव बनाने में माहिर हैं।
निष्कर्ष
आने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी न सिर्फ खेल के लिहाज से बल्कि स्लेजिंग के मोर्चे पर भी बेहद दिलचस्प होने वाली है। भारतीय टीम के खिलाड़ी जहां ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम भी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ उतरने को तैयार है।