Madhu Chopra: Priyanka's mother Madhu Chopra expressed her pain

Madhu Chopra: प्रियंका की मां मधु चोपड़ा का छलका दर्द, बताया कैसे अभिनेत्री को झेलनी पड़ी थी नकारात्मकता  

Madhu Chopra: Priyanka’s mother Madhu Chopra expressed her pain, told how the actress had to face negativity. : प्रियंका चोपड़ा का नाम आज दुनिया भर में जाना जाता है। वह सिर्फ बॉलीवुड की ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड की भी एक बड़ी अभिनेत्री बन चुकी हैं। लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे संघर्ष और नकारात्मकता का भी एक लंबा दौर रहा है, जिसे उनकी मां मधु चोपड़ा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में साझा किया। इस इंटरव्यू में मधु चोपड़ा ने खुलासा किया कि कैसे प्रियंका को अपने करियर के शुरुआती दिनों में कई तरह की नकारात्मक टिप्पणियों और लेखों का सामना करना पड़ा, और यह उनके परिवार के लिए कितना कठिन समय था।

प्रियंका चोपड़ा की प्रारंभिक संघर्ष यात्रा

प्रियंका चोपड़ा का जन्म एक डॉक्टर परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता, मधु चोपड़ा और अशोक चोपड़ा, दोनों ही चिकित्सा पेशे से जुड़े थे। फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बनने से पहले, प्रियंका ने अपने जीवन में एक बड़ा मुकाम तब हासिल किया जब उन्होंने महज 18 साल की उम्र में मिस वर्ल्ड 2000 का खिताब जीता। इस उपलब्धि के बाद प्रियंका को बॉलीवुड में प्रवेश मिला, लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था।

मधु चोपड़ा ने बताया कि कैसे एक गैर-फिल्मी पृष्ठभूमि से होने के कारण, उनकी बेटी प्रियंका को फिल्म उद्योग में अपनी जगह बनाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। फिल्मी परिवारों से आने वाले लोगों की तुलना में प्रियंका को एक बाहरी व्यक्ति के रूप में देखा गया, और मीडिया के साथ-साथ कुछ उद्योग के लोगों से भी उन्हें नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं।

मीडिया और नकारात्मकता का सामना

एक हालिया इंटरव्यू में, मधु चोपड़ा ने उन दिनों की याद साझा की जब प्रियंका के बारे में मीडिया में नकारात्मक बातें लिखी जाती थीं। उन्होंने कहा, “हम एक अलग उद्योग से आए थे, और हमें यह अंदाजा नहीं था कि फिल्म इंडस्ट्री में इतनी नकारात्मकता भी हो सकती है। हम दोनों डॉक्टर थे और हमारी आंखों में सितारे थे, लेकिन जब हम इस उद्योग में आए, तो हमें ऐसा महसूस हुआ जैसे हम किसी और ही दुनिया में आ गए हैं।”

मधु चोपड़ा ने बताया कि मीडिया में प्रियंका के खिलाफ कई नकारात्मक लेख प्रकाशित किए गए थे, जिन्होंने उनके परिवार को मानसिक रूप से बहुत प्रभावित किया। उन्होंने स्वीकार किया कि वह और उनका परिवार इस प्रकार की आलोचना के लिए तैयार नहीं थे, और यह उनके लिए एक नया और कठिन अनुभव था।

प्रियंका की समझदारी और मार्गदर्शन

इस मुश्किल समय में, प्रियंका ने अपनी मां को स्थिति से बाहर निकलने में मदद की। मधु चोपड़ा ने बताया कि एक दिन प्रियंका ने अपनी मां को बैठाया और कहा, “मां, आप मुझे सबसे अच्छी तरह जानती हैं। तो फिर इन बेकार की बातों पर विश्वास क्यों कर रही हैं?” प्रियंका की इस समझदारी और आत्मविश्वास ने मधु चोपड़ा को प्रेरित किया और इसके बाद उन्होंने नकारात्मकता पर ध्यान देना बंद कर दिया।

प्रियंका की इस परिपक्वता ने यह साफ किया कि वह न सिर्फ एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं, बल्कि एक मजबूत व्यक्तित्व की धनी भी हैं, जो हर मुश्किल को अपने हौसले और धैर्य से पार कर सकती हैं।

फिल्मी सफर और सफलता

प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत साल 2003 में की थी, जब उन्होंने फिल्म ‘द हीरो: लव स्टोरी ऑफ ए स्पाई’ में काम किया। इस फिल्म के बाद उन्होंने ‘अंदाज’ और ‘ऐतराज़’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया, जिससे उन्हें पहचान मिली।

फिल्म ‘ऐतराज़’ में प्रियंका का नेगेटिव किरदार दर्शकों को बेहद पसंद आया और इससे उन्हें बॉलीवुड में एक नई पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने ‘वक्त: द रेस अगेंस्ट टाइम’, ‘ब्लफमास्टर’, ‘डॉन’ जैसी कई हिट फिल्में कीं।

प्रियंका की कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में शामिल कर दिया। उनकी प्रतिभा केवल भारत तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने 2015 में क्वांटिको नामक अमेरिकन टीवी शो के साथ हॉलीवुड में भी अपनी जगह बनाई। इस शो के बाद प्रियंका को हॉलीवुड में भी बड़े अवसर मिलने लगे, और उन्होंने ‘बेवॉच’, ‘ए किड लाइक जेक’, ‘द मैट्रिक्स रिसरेक्शंस’ जैसी कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में काम किया।

प्रियंका के आगामी प्रोजेक्ट्स

प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों ही उद्योगों में अपनी एक खास पहचान बनाई है। वह जल्द ही फ्रैंक ई. फ्लावर्स की आगामी फिल्म ‘द ब्लफ’ में नजर आने वाली हैं। इसके अलावा भी प्रियंका के पास कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं, जिनसे उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान और भी मजबूत होगी।

नकारात्मकता से लड़कर मिली सफलता

प्रियंका की सफलता की कहानी यह बताती है कि कैसे एक साधारण परिवार से आने वाली लड़की ने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से दुनिया में अपना नाम बनाया। उनके शुरुआती संघर्षों ने उन्हें और भी मजबूत बनाया और आज वह न सिर्फ एक अभिनेत्री हैं, बल्कि एक वैश्विक आइकन हैं।

उनकी मां मधु चोपड़ा के साथ उनके संबंध और उनकी समझदारी यह दिखाती है कि प्रियंका अपने परिवार से गहराई से जुड़ी हुई हैं और किसी भी मुश्किल का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहती हैं। नकारात्मकता से लड़ना आसान नहीं होता, लेकिन प्रियंका ने इसे जिस तरह से संभाला, वह उनकी परिपक्वता और आंतरिक शक्ति का प्रमाण है।

निष्कर्ष

प्रियंका चोपड़ा की कहानी सिर्फ एक अभिनेत्री की नहीं है, बल्कि यह एक प्रेरणादायक सफर है जिसमें उन्होंने अपने संघर्षों को पार कर दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उनकी मां मधु चोपड़ा का यह खुलासा हमें इस बात की याद दिलाता है कि हर सफल व्यक्ति के पीछे कई तरह की कठिनाइयां और चुनौतियां होती हैं। प्रियंका की इस यात्रा से हमें यह सीख मिलती है कि चाहे कितनी भी नकारात्मकता हो, अगर आत्मविश्वास और धैर्य हो, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।

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