कंगना रनौत का बड़ा खुलासा: बॉलीवुड में टैलेंटेड लोगों का क्या होता है हाल
Kangana Ranaut’s big revelation: What happens to talented people in Bollywood? : बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं, और जब बात इंडस्ट्री के अंदरूनी हालातों की हो, तो वह कभी भी पीछे नहीं हटतीं। कंगना ने अक्सर करण जौहर और बॉलीवुड में नेगेटिव पीआर के बारे में खुलकर बात की है। हाल ही में, उन्होंने एक बार फिर से बॉलीवुड पर निशाना साधा है और बताया है कि टैलेंटेड लोगों के साथ यहां किस तरह का व्यवहार किया जाता है।
इमरजेंसी की रिलीज पर विवाद
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ जल्द ही रिलीज होने वाली है, लेकिन इसके प्रमोशन के दौरान भी वह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ बेखौफ बयान देती नजर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म के रिलीज से पहले ही विवाद शुरू हो चुके हैं, जिसमें सिख संगठनों ने फिल्म को बैन करने की मांग की है और कंगना को जान से मारने की धमकी भी मिली है।
कंगना ने बॉलीवुड पर साधा निशाना
कंगना ने एक इंटरव्यू में बॉलीवुड पर फिर से कड़ा प्रहार करते हुए कहा, “सिर्फ कुछ ही लोगों को मुझसे समस्या है। अगर आप देखें, तो मैं इलेक्शन जीती और जिस तरह का प्यार मुझे इंडस्ट्री से मिलता है, उससे मेरी बात साबित होती है।” उन्होंने खुलासा किया कि बॉलीवुड में टैलेंटेड लोगों की कद्र नहीं की जाती और उन्हें खत्म करने की कोशिश की जाती है।
‘होपलेस प्लेस है बॉलीवुड’
कंगना ने आगे कहा, “बॉलीवुड होपलेस जगह है। यहां कुछ नहीं होने वाला। एक तो टैलेंट से ये जलते हैं। जो भी इनको टैलेंटेड दिखता है, उसके पीछे पड़कर या तो उसको खत्म कर देते हैं या उनका करियर बर्बाद कर देते हैं, उनको बॉयकॉट कर देते हैं। इतना गंदा पीआर करके उनको बदनाम कर देते हैं।”
कंगना ने जोर देकर कहा कि यह सब गुपचुप तरीके से नहीं, बल्कि खुलेआम होता है। उन्होंने बॉलीवुड की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए और बताया कि यहां टैलेंटेड लोगों के साथ कैसे अन्याय होता है।
‘इमरजेंसी’ के बारे में क्या कहा कंगना ने?
कंगना ने यह भी स्पष्ट किया कि फिल्म ‘इमरजेंसी’ में वह इंदिरा गांधी का रोल प्ले कर रही हैं, लेकिन यह फिल्म इंदिरा गांधी की बायोपिक नहीं है। उन्होंने कहा कि फिल्म 7 सितंबर को रिलीज होगी और इसमें राजनीतिक घटनाओं को दर्शाया गया है।
कंगना का यह बयान निश्चित रूप से बॉलीवुड के अंदरूनी हालातों पर एक नई बहस को जन्म देगा। उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह बिना डरे सच बोलने से नहीं हिचकिचातीं, चाहे इसके लिए उन्हें कितनी भी मुश्किलों का सामना क्यों न करना पड़े।