Number of Internet users in India: to cross 900 million by 2025 :
2025 में 900 मिलियन का आंकड़ा छूने को तैयार भारत
2024 में भारत में सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 886 मिलियन तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8% की वृद्धि दर्शाती है। IAMAI और KANTAR द्वारा जारी ‘इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट 2024’ के अनुसार, 2025 तक यह आंकड़ा 900 मिलियन को पार कर जाएगा। इस वृद्धि में भारतीय भाषाओं में डिजिटल सामग्री का बड़ा योगदान है।
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भारतीय भाषाओं का डिजिटल सामग्री में बढ़ता योगदान
भारत में डिजिटल सामग्री का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। भारतीय भाषाओं में सामग्री की बढ़ती उपलब्धता ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या को तेजी से बढ़ाने में मदद की है। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 98% इंटरनेट उपयोगकर्ता डिजिटल सामग्री का उपभोग अपनी स्थानीय भाषाओं में करते हैं।
लोकप्रिय भाषाएं
तमिल, तेलुगु, और मलयालम जैसी भाषाएं डिजिटल सामग्री में सबसे आगे हैं। शहरी क्षेत्रों में 57% उपयोगकर्ता क्षेत्रीय भाषाओं को प्राथमिकता देते हैं। यह दर्शाता है कि भारत के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर स्थानीय भाषा सामग्री की मांग तेजी से बढ़ रही है।
ग्रामीण भारत: इंटरनेट उपयोग में अग्रणी
ग्रामीण भारत ने इंटरनेट उपयोग में अद्वितीय भूमिका निभाई है। रिपोर्ट के अनुसार:
- 488 मिलियन उपयोगकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों से हैं।
- यह संख्या कुल इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का 55% है।
ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्रीय भाषाओं में डिजिटल सामग्री ने इंटरनेट उपयोग को आसान और अधिक प्रासंगिक बनाया है।
ग्रामीण उपयोगकर्ताओं की प्राथमिकता
ग्रामीण क्षेत्रों के लोग विशेष रूप से सामाजिक मीडिया, शैक्षिक सामग्री, और ई-कॉमर्स वेबसाइटों का उपयोग करते हैं। डिजिटल साक्षरता और मोबाइल डेटा की सस्ती कीमतों ने इंटरनेट को अधिक सुलभ बनाया है।
डिजिटल जेंडर गैप में सुधार
रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल लैंगिक अंतर में भी तेजी से सुधार हो रहा है।
- भारत में महिलाओं की हिस्सेदारी अब 47% तक पहुंच गई है।
- ग्रामीण भारत में 58% साझा डिवाइस उपयोगकर्ता महिलाएं हैं।
लैंगिक समावेशिता की दिशा में प्रगति
यह आंकड़े दिखाते हैं कि डिजिटल पहुंच महिलाओं के लिए अधिक समावेशी और न्यायसंगत हो रही है। महिला उपयोगकर्ताओं की बढ़ती संख्या न केवल समाज में बदलाव का संकेत देती है, बल्कि डिजिटल अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाती है।
2025 तक क्या होगा असर?
2025 तक 900 मिलियन उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार करने से भारत दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल बाजारों में से एक बन जाएगा। इसका असर विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ेगा:
1. ई-कॉमर्स में उछाल
भारतीय भाषाओं में सामग्री की उपलब्धता से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अधिक उपयोगकर्ता जोड़ पाएंगे।
2. शैक्षिक सामग्री की वृद्धि
ऑनलाइन शिक्षा में स्थानीय भाषा सामग्री का विस्तार ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अवसर प्रदान करेगा।
3. डिजिटल विज्ञापन का बढ़ता बाजार
बढ़ते इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ डिजिटल विज्ञापन का बाजार भी तेजी से बढ़ेगा।
निष्कर्ष
भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि न केवल तकनीकी प्रगति को दर्शाती है, बल्कि यह समाज में डिजिटल समावेशिता और लैंगिक समानता की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। भारतीय भाषाओं में डिजिटल सामग्री का विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती पहुंच इस प्रगति को अगले स्तर तक ले जाएगी। 2025 तक 900 मिलियन का आंकड़ा छूने के साथ, भारत डिजिटल युग में अपनी नई पहचान बनाने को तैयार है।