India-Pakistan cricket relations: Sunil Gavaskar’s clear opinion on bilateral series : भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक रहे हैं। हालांकि, दोनों देशों के बीच राजनीतिक मतभेदों के कारण द्विपक्षीय सीरीज लंबे समय से नहीं हुई है। क्रिकेट के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इस विषय पर अपनी राय स्पष्ट रूप से रखी है। उनका मानना है कि जब तक दोनों देशों की सीमाओं पर शांति नहीं होगी, तब तक क्रिकेट के मैदान पर भी उनकी द्विपक्षीय सीरीज की वापसी संभव नहीं है।
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भारत बनाम पाकिस्तान: पिछला प्रदर्शन

हाल ही में संपन्न हुई चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत ने पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम ने इस मुकाबले में सभी विभागों में अपना दबदबा बनाया। इससे पहले, 2012-13 में आखिरी बार भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी, जब पाकिस्तान ने सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारत का दौरा किया था। तब से लेकर अब तक, दोनों टीमों के बीच मुकाबले सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के आयोजनों तक सीमित हैं।
गावस्कर ने क्या कहा?
दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने हाल ही में ‘टेन स्पोर्ट्स’ के शो ‘ड्रेसिंग रूम’ में भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज की संभावनाओं पर चर्चा की। जब उनसे पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान फिर से द्विपक्षीय क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा:
“सीमाओं पर स्पष्ट रूप से शांति बनाकर। यह बहुत सरल है। अगर सीमा पर शांति होती है, तो मुझे लगता है कि दोनों सरकारें निश्चित रूप से कहेंगी कि देखिए, ठीक है, हमारे यहां कोई घटना नहीं हुई है, कुछ भी नहीं। इसलिए कम से कम बात करना शुरू करते हैं।”
गावस्कर ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट को फिर से शुरू करने के लिए आंतरिक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बार-बार सीमा पर उत्पन्न होने वाले तनाव के कारण भारत सरकार पाकिस्तान में खेलने को लेकर सतर्क है।
सीमाई विवाद और क्रिकेट
गावस्कर ने यह भी उल्लेख किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार सीमाई तनाव बना रहता है। उन्होंने कहा:
“मुझे पूरा यकीन है कि कुछ बैक-चैनल कनेक्शन चल रहे होंगे। लेकिन आप देखना चाहते हैं कि मैदान के बाहर क्या हो रहा है क्योंकि हम पड़ोसी मुल्क से घुसपैठ के बारे में कई बार सुनते हैं। यही वजह है कि भारत सरकार कह रही है कि जब तक ये गतिविधियां बंद नहीं हो जाती, हमें किसी चीज के बारे में सोचना या बात करना भी नहीं चाहिए।”
एशिया कप 2025: भारत-पाकिस्तान आमने-सामने

इस साल के अंत में आयोजित होने वाले एशिया कप में एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के आमने-सामने होने की संभावना है। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार एशिया कप टी20 प्रारूप में खेला जाएगा और इसमें कुल 19 मैच हो सकते हैं। यह टूर्नामेंट सितंबर 2025 में आयोजित होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार, एशिया कप 2025 की मेजबानी भारत को दी गई थी, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) ने इसे किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित करने का निर्णय लिया है। अभी तक इस आयोजन स्थल पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन श्रीलंका और यूएई संभावित मेजबान हो सकते हैं।
भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट संबंधों का भविष्य
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान को आधिकारिक मेजबान घोषित किया गया था, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, भारत अपने सभी मुकाबले दुबई में खेलेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को लेकर स्थिति जटिल बनी हुई है। राजनीतिक मतभेदों और सीमाई विवादों के कारण द्विपक्षीय सीरीज लंबे समय से नहीं हो पाई है। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज क्रिकेटर का मानना है कि जब तक सीमाओं पर शांति नहीं होगी, तब तक क्रिकेट संबंधों की बहाली संभव नहीं है। हालांकि, एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंटों में दोनों टीमों के आमने-सामने आने से क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
क्रिकेट कूटनीति और संभावित बदलाव
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक प्रकार की कूटनीति भी है। ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो जब भी दोनों देशों के संबंध बेहतर हुए हैं, क्रिकेट संबंधों में भी सुधार आया है। उदाहरण के लिए, 2004 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच बातचीत हुई थी, तब भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
हालांकि, वर्तमान परिस्थितियों में ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है। भारत सरकार के सख्त रुख और पाकिस्तान में सुरक्षा चिंताओं के चलते निकट भविष्य में द्विपक्षीय सीरीज की संभावना बहुत कम है। हालांकि, यदि दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों में कोई सकारात्मक बदलाव आता है, तो क्रिकेट के जरिये कूटनीतिक संबंध मजबूत हो सकते हैं।
क्रिकेट प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
भारत और पाकिस्तान के प्रशंसक हमेशा से ही दोनों टीमों के बीच मुकाबले को लेकर उत्साहित रहते हैं। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर लगातार यह मांग उठती रहती है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज फिर से शुरू की जाए। लेकिन सुरक्षा कारणों और राजनीतिक मतभेदों को देखते हुए इस पर कोई ठोस निर्णय लेना मुश्किल है।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए भारत-पाकिस्तान मुकाबला केवल एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं से जुड़ा एक अनूठा अनुभव होता है। यही कारण है कि जब भी दोनों टीमें आईसीसी या एसीसी टूर्नामेंट में भिड़ती हैं, तो इसे देखने के लिए लाखों प्रशंसक टीवी स्क्रीन से चिपक जाते हैं।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को बहाल करने के लिए केवल क्रिकेट बोर्ड ही नहीं, बल्कि दोनों देशों की सरकारों को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। वर्तमान परिस्थितियों में द्विपक्षीय सीरीज की संभावना कम है, लेकिन यदि भविष्य में राजनीतिक माहौल अनुकूल होता है, तो क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक मुकाबले देखने को मिल सकते हैं। तब तक, भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले केवल आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट तक ही सीमित रहेंगे।