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IND vs BAN: बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में तेंदुलकर के इस ‘विराट’ रिकॉर्ड को तोड़ने उतरेंगे कोहली, जानें

IND vs BAN: Kohli will break this ‘Virat’ record in the Test series against Bangladesh, know : विराट कोहली जल्द ही एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ने की कगार पर हैं, जो अब तक महान सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है। कोहली को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान यह उपलब्धि हासिल करने का शानदार मौका मिलेगा, जहां वह तेंदुलकर का ‘विराट’ रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।

27,000 रन के रिकॉर्ड की कगार पर विराट

विराट कोहली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 27,000 रन का आंकड़ा पार करने के लिए केवल 58 रनों की जरूरत है। अगर वह यह रन बना लेते हैं, तो वह तेंदुलकर के बाद सबसे तेज इस आंकड़े तक पहुंचने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। सचिन तेंदुलकर ने 623 पारियों (226 टेस्ट, 396 वनडे, 1 टी20) में 27,000 रन पूरे किए थे। दूसरी ओर, विराट कोहली ने अब तक सभी प्रारूपों को मिलाकर 591 पारियां खेली हैं और 26,942 रन बना चुके हैं। इसका मतलब है कि अगर कोहली अपनी अगली आठ पारियों में 58 रन और बना लेते हैं, तो वह सचिन से कम पारियों में इस मील का पत्थर छू लेंगे।

यह एक अद्वितीय अवसर है क्योंकि क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में अभी तक कोई भी खिलाड़ी 600 से कम पारियों में 27,000 रन नहीं बना पाया है। कोहली के लिए यह रिकॉर्ड तोड़ना न केवल व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि यह उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे बड़े बल्लेबाजों की सूची में और ऊपर ले जाएगा।

कोहली बनाम तेंदुलकर: तुलना की पृष्ठभूमि

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विराट और सचिन – फोटो : PTI

विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर के बीच अक्सर तुलना की जाती रही है, क्योंकि दोनों का क्रिकेट करियर शानदार रहा है। जहां सचिन को ‘क्रिकेट का भगवान’ माना जाता है, वहीं कोहली को आधुनिक क्रिकेट का दिग्गज कहा जाता है। हालांकि, खुद कोहली ने हमेशा कहा है कि तेंदुलकर से तुलना करना सही नहीं है और सचिन का कद सबसे ऊपर है।

कोहली ने अपने करियर के दौरान 80 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए हैं, और वह इस मामले में सिर्फ तेंदुलकर (100 शतक) से पीछे हैं। वनडे विश्व कप 2023 के दौरान जब कोहली ने अपना 50वां वनडे शतक पूरा किया, तो उन्होंने तेंदुलकर के सामने अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी। कोहली का औसत (53.35) भी शानदार है, जो उन्हें अन्य दिग्गजों से अलग बनाता है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शीर्ष रन स्कोरर

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सचिन तेंदुलकर सबसे आगे हैं। उन्होंने अपने करियर के दौरान 664 मैचों में 34,357 रन बनाए, जिनमें 100 शतक और 164 अर्धशतक शामिल हैं। तेंदुलकर के बाद श्रीलंका के कुमार संगकारा और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग का स्थान आता है, जिन्होंने क्रमशः 28,016 और 27,483 रन बनाए हैं। इस सूची में विराट कोहली चौथे स्थान पर हैं, जिन्होंने 533 मैचों में 26,942 रन बनाए हैं।

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फोटो : PTI

यह देखा जाना दिलचस्प होगा कि कोहली तेंदुलकर का यह रिकॉर्ड कब तोड़ते हैं और इस रिकॉर्ड को अपने नाम करते हैं। 27,000 रन का आंकड़ा छूने के बाद, कोहली का अगला लक्ष्य शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने की सूची में आगे बढ़ना होगा। इस समय, वह रिकी पोंटिंग और कुमार संगकारा को पीछे छोड़ने के करीब हैं।

कोहली का करियर और संन्यास की चर्चा

विराट कोहली ने पहले ही टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, और अब वह सिर्फ टेस्ट और वनडे क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कोहली की उम्र 35 साल हो चुकी है, लेकिन उनकी फिटनेस और फॉर्म अभी भी शानदार है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कोहली इसी तरह खेलते रहे तो वह और भी कई बड़े रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।

टेस्ट और वनडे क्रिकेट में कोहली का प्रदर्शन अविश्वसनीय रहा है। उनकी बैटिंग तकनीक, संयम और खेल की समझ ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में अलग पहचान दी है। अब जब वह टी20 से संन्यास ले चुके हैं, तो उनके फैंस उन्हें टेस्ट और वनडे में और बेहतर प्रदर्शन करते हुए देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

एफ्रो-एशिया कप की संभावनाएं

इस बीच, एक और खबर क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है—एफ्रो-एशिया कप की संभावित वापसी। यह टूर्नामेंट कई साल पहले आयोजित किया गया था, और अब इसे फिर से शुरू करने की चर्चा हो रही है। अगर यह टूर्नामेंट फिर से होता है, तो क्रिकेट प्रशंसक एक बार फिर से विराट कोहली और पाकिस्तान के बाबर आजम जैसे दिग्गजों को एक ही टीम में खेलते हुए देख सकते हैं।

एफ्रो-एशिया कप के आयोजन को लेकर आईसीसी और क्रिकेट फैंस के बीच कई चर्चाएं हो रही हैं। फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस टूर्नामेंट को फिर से शुरू करने की संभावनाओं की तलाश की जा रही है। अगर यह टूर्नामेंट होता है, तो यह क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर होगा, जहां वे भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को एक ही टीम में खेलते देख सकेंगे।

भविष्य की संभावनाएं

विराट कोहली के लिए आने वाले समय में कई और अवसर हैं, जहां वह अपनी काबिलियत साबित कर सकते हैं। चाहे वह तेंदुलकर का 27,000 रन का रिकॉर्ड हो या फिर उनके 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के करीब पहुंचने का लक्ष्य, कोहली के पास खुद को एक बार फिर से क्रिकेट के इतिहास में अमर करने का मौका है।

कोहली की बल्लेबाजी शैली, उनकी मानसिक ताकत और खेल के प्रति उनका समर्पण उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाता है। उनके फैंस अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि वह अगली पारी में बांग्लादेश के खिलाफ मैदान पर उतरें और इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करें।

यह देखना दिलचस्प होगा कि कोहली आने वाले समय में और कौन-कौन से रिकॉर्ड तोड़ते हैं और उनकी क्रिकेट यात्रा किस दिशा में जाती है।

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