IND vs BAN: अश्विन के नाम ऐतिहासिक रिकॉर्ड, 147 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में नया कीर्तिमान
IND vs BAN: Historical record in Ashwin’s name, 147 years of Test cricket history, new record : भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में अपने करियर का छठा शतक जड़ा और इसके साथ ही 147 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक अनूठा रिकॉर्ड बना दिया। अश्विन ने बल्ले और गेंद दोनों से अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए वह मुकाम हासिल किया, जो अब तक कोई अन्य क्रिकेटर नहीं कर पाया था।
अश्विन के छठे शतक ने संभाली भारतीय पारी
भारत का स्कोर एक समय 34 रन पर तीन विकेट हो चुका था। यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत की साझेदारी ने टीम को संकट से बाहर निकाला। इसके बाद अश्विन और रवींद्र जडेजा ने रिकॉर्ड साझेदारी की, जिससे भारत का स्कोर 300 के पार पहुंचा। अश्विन ने न केवल टेस्ट क्रिकेट में अपना छठा शतक बनाया, बल्कि टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
147 साल में पहली बार ऐसा रिकॉर्ड
अश्विन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होंने 20 बार 50+ स्कोर बनाए और 30 से ज्यादा बार पारी में 5 विकेट हॉल (फाइव विकेट हॉल) लिए। यह रिकॉर्ड असाधारण है क्योंकि इससे पहले किसी अन्य क्रिकेटर ने टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में यह उपलब्धि हासिल नहीं की थी।
अश्विन के टेस्ट रिकॉर्ड की झलक
उपलब्धि | संख्या |
शतक | 6 |
अर्धशतक | 14 |
फाइव विकेट हॉल | 36 |
50+ स्कोर | 20 |
पारी में 5 विकेट | 30+ बार |
अश्विन की यह उपलब्धियां उन्हें सर्वकालिक महान ऑलराउंडरों में शुमार करती हैं। उनकी यह उपलब्धि उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे बहुमुखी खिलाड़ियों में से एक बनाती है।
घरेलू मैदान पर चमके अश्विन
अश्विन ने अपना दूसरा शतक अपने घरेलू मैदान चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में लगाया। भारत का स्कोर एक समय 144 रन पर 6 विकेट था, तब अश्विन और जडेजा ने बांग्लादेश की गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया। अश्विन ने इस पारी में टेस्ट करियर का सबसे तेज शतक लगाया। चेपॉक में अश्विन का प्रदर्शन हमेशा से शानदार रहा है।
आठवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए अश्विन का रिकॉर्ड
अश्विन ने आठवें या उससे नीचे के क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट क्रिकेट में चार शतक लगाए हैं, जो उन्हें इस क्रम पर शतक बनाने वाले श्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल करता है। न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी के नाम इस क्रम पर पांच शतक हैं, जो इस सूची में शीर्ष पर हैं। अश्विन की यह उपलब्धि उनके ऑलराउंडर होने के महत्व को और भी बढ़ा देती है।
चेपॉक स्टेडियम में अश्विन का शानदार प्रदर्शन
चेपॉक स्टेडियम में अश्विन का रिकॉर्ड अविश्वसनीय है। उन्होंने इस मैदान पर 55 से अधिक की औसत से 330+ रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है। गेंदबाजी में भी अश्विन ने इस मैदान पर 23.60 की औसत से 30 विकेट हासिल किए हैं। चेपॉक में उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 103 रन देकर 7 विकेट है, जो उनकी गेंदबाजी क्षमता को दिखाता है।
मैदान | शतक | अर्धशतक | विकेट | सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी |
चेपॉक, चेन्नई | 2 | 1 | 30 | 103 रन देकर 7 विकेट |
महान ऑलराउंडरों में शामिल
अश्विन का नाम अब गारफील्ड सोबर्स (वेस्टइंडीज), कपिल देव (भारत), क्रिस केर्न्स (न्यूजीलैंड), और इयान बॉथम (इंग्लैंड) जैसे महान ऑलराउंडरों की श्रेणी में आता है। इन सभी खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट में किसी एक मैदान पर कई फाइव विकेट हॉल और कई शतक लगाए हैं। अश्विन की यह उपलब्धि उन्हें टेस्ट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में शामिल करती है।
अश्विन की उपलब्धि का महत्व
अश्विन ने अपने करियर में अब तक कई बार भारतीय टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है। चाहे बल्ले से हो या गेंद से, उनका योगदान हमेशा अहम रहा है। उनकी यह नई उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार अध्याय के रूप में दर्ज होगी।
निष्कर्ष
रविचंद्रन अश्विन का यह नया रिकॉर्ड उन्हें न सिर्फ भारत के बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े ऑलराउंडरों में शामिल करता है। उनकी निरंतरता और कड़ी मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। अश्विन का यह प्रदर्शन युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है और आने वाले समय में उनके योगदान को सदैव सराहा जाएगा।