यशस्वी जायसवाल के शतक पर लगा विराम
IND vs AUS: Virat Kohli and Yashasvi Jaiswal’s dream broken due to misunderstanding, Yashasvi missed a century : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल की शानदार बल्लेबाजी चर्चा का विषय बनी। लेकिन एक छोटी सी ग़लतफ़हमी ने उनका शतक पूरा होने से पहले ही रोक दिया। भारतीय पारी के 41वें ओवर की आखिरी गेंद पर हुआ यह रन आउट न केवल यशस्वी के लिए, बल्कि पूरी टीम के लिए भारी पड़ा।
यशस्वी ने हल्के हाथों से शॉट खेला और रन लेने का कॉल किया। गेंद मिड ऑन पर थी और यशस्वी तुरंत दौड़ पड़े। विराट कोहली, जो दूसरे छोर पर थे, पहले थोड़ी दूरी तक आगे बढ़े लेकिन फिर रुक गए। दोनों बल्लेबाज नॉन-स्ट्राइकर एंड पर ही मौजूद हो गए। विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने गेंद स्टंप्स पर मारकर यशस्वी को रन आउट कर दिया।
शानदार पारी का दुखद अंत
यशस्वी जायसवाल ने अपनी 82 रनों की पारी में 118 गेंदें खेलीं, जिसमें 11 चौके और एक छक्का शामिल था। उनकी बल्लेबाजी की लय से यह साफ था कि वह शतक के करीब थे। लेकिन कोहली के साथ संवाद में कमी के चलते उनका यह सपना अधूरा रह गया।
कोहली और यशस्वी की साझेदारी का अंत
तीसरे विकेट के लिए विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल ने 102 रनों की साझेदारी निभाई। जब कोहली मैदान पर आए थे, तब भारत का स्कोर दो विकेट पर 51 रन था। दोनों ने मिलकर भारतीय पारी को स्थिरता दी और टीम को मज़बूत स्थिति में ले जाने की कोशिश की। लेकिन यशस्वी के रन आउट होने के बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
पूर्व खिलाड़ियों की राय बंटी
यशस्वी के रन आउट होने पर भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों की राय बंट गई।
- संजय मांजरेकर का कहना था कि कोहली को यशस्वी पर भरोसा करना चाहिए था और रन लेने के लिए आगे बढ़ना चाहिए था।
- रवि शास्त्री, इरफान पठान और दीप दासगुप्ता ने इसे यशस्वी की गलती माना। उनका कहना था कि गेंद फील्डर के काफी पास थी, ऐसे में रन लेना सही निर्णय नहीं था।
दूसरा दिन ऑस्ट्रेलिया के नाम
मैच का दूसरा दिन पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में रहा। कंगारुओं ने पूरे दिन भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। आखिरी सत्र में भारतीय टीम ने छह रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिए।
भारतीय बल्लेबाजी की लड़खड़ाहट
13 साल बाद मेलबर्न में टेस्ट हारा भारत, ऑस्ट्रेलिया की 184 रन से जीत, सीरीज में 2-1 से बनाई बढ़त
- रोहित शर्मा ने पारी की शुरुआत की लेकिन वह केवल तीन रन बनाकर आउट हो गए।
- केएल राहुल ने 24 रनों का योगदान दिया।
- नाइट वॉचमैन आकाश दीप बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को बुरी तरह से हिला दिया। पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने दो-दो विकेट चटकाए और भारत को बैकफुट पर धकेल दिया।
रन आउट का असर
यशस्वी जायसवाल का रन आउट चौथे टेस्ट मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उनके आउट होते ही भारतीय टीम का स्कोर दो विकेट पर 153 रन से गिरकर पांच विकेट पर 164 रन हो गया। इससे टीम पर दबाव और बढ़ गया।
भारत की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 474 रन बनाए, जिससे भारत को बड़ा लक्ष्य चेज़ करना है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पांच विकेट खोकर 164 रन बनाए और अभी भी 310 रन पीछे है।
निष्कर्ष
यशस्वी जायसवाल की बेहतरीन बल्लेबाजी और उनके शतक से चूकने की कहानी इस मैच का यादगार पल बन गई। भारतीय टीम को इस रन आउट का खामियाजा भारी नुकसान के रूप में उठाना पड़ा। अब देखना यह है कि तीसरे दिन भारत इस दबाव से कैसे उबरता है।