IND vs AUS: ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में फिर रचा इतिहास, 37 रनों की पारी से तोड़ा एलन नॉट का महारिकॉर्ड
ऋषभ पंत ने फिर दिखाया दम, भारत की लाज बचाई
IND vs AUS: Rishabh Pant again created history in Australia, broke Alan Knott’s record with his innings of 37 runs. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर खुद को साबित किया। मुश्किल परिस्थितियों में 37 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर उन्होंने भारत का स्कोर 100 के पार पहुंचाया। इस प्रदर्शन से न केवल उन्होंने टीम को सहारा दिया बल्कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि भी अपने नाम की।
पंत अब ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में इंग्लैंड के एलन नॉट को पीछे छोड़ दिया। पंत के नाम 13 पारियों में कुल 661 रन दर्ज हो चुके हैं।
भारतीय बल्लेबाजी में आई गिरावट, पंत बने संकटमोचक
ऑप्टस स्टेडियम में खेले जा रहे मैच में टॉस जीतकर भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि, टीम की शुरुआत निराशाजनक रही। यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए। ऐसे में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे ऋषभ पंत ने अपनी आक्रामक शैली में बल्लेबाजी की।
उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और तीन चौके व एक छक्का लगाकर दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी इस पारी ने टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया।
पंत ने बनाया नया रिकॉर्ड
ऋषभ पंत की इस पारी ने एक खास रिकॉर्ड भी स्थापित किया। वह अब ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने इंग्लैंड के एलन नॉट को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 22 पारियों में 643 रन बनाए थे।
पंत के नाम अब 13 पारियों में 661 रन हैं, जो उनकी निरंतरता और प्रतिभा को दर्शाता है। इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर वेस्टइंडीज के जेफ डुजोन हैं, जिन्होंने 18 पारियों में 587 रन बनाए।
पहले दिन का खेल: भारतीय गेंदबाजों का जलवा
पहले दिन का खेल भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा। भारतीय टीम ने पहली पारी में केवल 150 रन बनाए, जिससे ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया बड़ी बढ़त हासिल करेगा। लेकिन जसप्रीत बुमराह की अगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 7 विकेट खोकर सिर्फ 67 रन बनाए। किसी भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने 20 रन का आंकड़ा पार नहीं किया। बुमराह ने अपनी खतरनाक गेंदबाजी से चार विकेट झटके और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया।
ऋषभ पंत का प्रदर्शन: क्यों है यह महत्वपूर्ण?
ऋषभ पंत का प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेहद अहम है। मुश्किल हालात में उनकी आक्रामक बल्लेबाजी टीम को न केवल मनोबल देती है बल्कि स्कोरबोर्ड को भी गतिशील रखती है।
उनकी यह पारी ऑस्ट्रेलिया की तेज और उछालभरी पिचों पर उनकी तकनीक और धैर्य को दर्शाती है। उनके रिकॉर्ड को देखकर साफ है कि वह न केवल भारत के लिए बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भी एक अहम खिलाड़ी बनते जा रहे हैं।
एलन नॉट को पीछे छोड़ते हुए पंत ने दिखाया दम
एलन नॉट, जिन्हें क्रिकेट के इतिहास के सबसे महान विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक माना जाता है, उनके रिकॉर्ड को तोड़ना ऋषभ पंत के करियर की एक बड़ी उपलब्धि है। नॉट ने ऑस्ट्रेलिया में 22 पारियों में 643 रन बनाए थे।
पंत ने इस रिकॉर्ड को सिर्फ 13 पारियों में तोड़ दिया, जो उनकी क्षमता और निरंतरता का प्रमाण है। वह सिर्फ रन बनाने वाले बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि उनकी पारी का समय और मैच की स्थिति पर उनका प्रभाव भी उन्हें खास बनाता है।
भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन: जीत की उम्मीद
पर्थ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी विशेष रूप से प्रभावशाली रही। उन्होंने लगातार सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
मोहम्मद शमी और रविचंद्रन अश्विन ने भी अच्छी लाइन पर गेंदबाजी की और विरोधी टीम को दबाव में रखा। इस प्रदर्शन से यह साफ है कि भारत इस मैच में मजबूत स्थिति में है।
आगे की रणनीति
पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय टीम की कोशिश होगी कि वह ऑस्ट्रेलिया की पारी को जल्द से जल्द समेटे और दूसरी पारी में एक मजबूत बढ़त बनाए।
ऋषभ पंत का प्रदर्शन टीम के लिए प्रेरणादायक है और अन्य बल्लेबाजों को उनसे सीख लेकर बेहतर खेल दिखाने की जरूरत है। अगर भारतीय गेंदबाजों का यही प्रदर्शन जारी रहा और बल्लेबाज अपनी जिम्मेदारी निभाए, तो भारत इस मैच में जीत दर्ज कर सकता है।
निष्कर्ष
ऋषभ पंत ने पर्थ टेस्ट में अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया कि वह बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उनकी 37 रनों की पारी ने न केवल भारत को मुश्किल स्थिति से निकाला बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी बनाया।
ऑस्ट्रेलिया की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पंत का यह प्रदर्शन लंबे समय तक याद रखा जाएगा। भारतीय टीम को उनसे आने वाले मैचों में भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।