आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। ठग नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और उनसे लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 7.81 लाख से ज्यादा सिम कार्ड और 83,668 WhatsApp अकाउंट ब्लॉक कर दिए हैं। इसके अलावा, हजारों स्काइप आईडी और लाखों IMEI नंबर भी प्रतिबंधित कर दिए गए हैं।यह कार्रवाई डिजिटल धोखाधड़ी को रोकने और लोगों को सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव देने के लिए की गई है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह ठगी कैसे होती है, सरकार ने क्या कदम उठाए हैं और हम इससे बचने के लिए क्या कर सकते हैं।—साइबर ठगी के बढ़ते मामले और नए ट्रेंडसाइबर अपराधी अब सिर्फ फर्जी कॉल्स तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर लोगों को चूना लगा रहे हैं। हाल ही में ‘डिजिटल अरेस्ट स्कैम’ नामक एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें अपराधी खुद को सरकारी अधिकारी बताकर वीडियो कॉल के जरिए लोगों को धमकाते हैं।डिजिटल अरेस्ट स्कैम: कैसे होती है ठगी?1. वीडियो कॉल के जरिए डराना – ठग खुद को पुलिस, सीबीआई या अन्य सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर वीडियो कॉल करते हैं।2. फर्जी सबूत दिखाना – वे कंप्यूटर जनित नकली सरकारी दस्तावेज और गिरफ्तारी वारंट दिखाते हैं।3. धमकी देना – पीड़ित को बताया जाता है कि उसके नाम पर कोई बड़ा अपराध हुआ है और उसे तुरंत जुर्माना भरना होगा।4. पैसे ठगना – डर के मारे कई लोग अपराधियों को ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।—सरकार का कड़ा एक्शन: सख्त कदम उठाए गएसरकार ने इन साइबर ठगों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। टेलीकॉम और आईटी मंत्रालय ने मिलकर साइबर अपराध में इस्तेमाल हो रहे लाखों मोबाइल नंबर, WhatsApp अकाउंट और स्काइप आईडी को ब्लॉक किया है।ब्लॉक किए गए अकाउंट और नंबर:✅ 7.81 लाख से अधिक सिम कार्ड – जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा था।✅ 83,668 WhatsApp अकाउंट – फर्जी प्रोफाइल और फ्रॉड कॉल्स के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।✅ 3,962 स्काइप आईडी – डिजिटल अरेस्ट स्कैम में शामिल अपराधी इस्तेमाल कर रहे थे।✅ 2,08,469 IMEI नंबर – ठगों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल डिवाइस ब्लॉक कर दिए गए।कौन कर रहा था इनका इस्तेमाल?जांच में पता चला है कि इन सिम कार्ड और सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल न केवल भारत बल्कि विदेशी गिरोह भी कर रहे थे। ये ठग फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके नए सिम कार्ड खरीदते थे और फिर WhatsApp और स्काइप जैसी सेवाओं का इस्तेमाल करके लोगों को ठगते थे।—सरकार के जागरूकता अभियान और सुरक्षा उपायसरकार ने लोगों को इस तरह की साइबर ठगी से बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं।1. कॉलर ट्यून और मैसेज अलर्टटेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे स्कैम के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए कॉलर ट्यून और एसएमएस अलर्ट भेजें।2. साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930अगर आपको कोई संदेहास्पद कॉल, मैसेज या वीडियो कॉल आए, तो आप तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।3. WhatsApp पर रिपोर्टिंग सिस्टमअब WhatsApp पर ही आप ऐसे फर्जी अकाउंट की रिपोर्ट कर सकते हैं। WhatsApp की Settings > Help > Report a Contact सेक्शन में जाकर आप ठगों की जानकारी भेज सकते हैं।4. फर्जी सिम कार्ड की पहचान और ब्लॉकिंगअब सभी टेलीकॉम कंपनियों को कहा गया है कि वे फर्जी आधार कार्ड और पहचान पत्रों से जारी किए गए सिम कार्डों की जांच करें और उन्हें बंद करें।—आप कैसे बच सकते हैं?साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना सबसे जरूरी है। यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं:1. अज्ञात नंबरों से आई कॉल्स को नजरअंदाज करेंअगर कोई अनजान व्यक्ति आपको सरकारी अधिकारी बताकर पैसे मांगता है, तो सतर्क रहें और उस पर विश्वास न करें।2. वीडियो कॉल पर कभी निजी जानकारी न देंअगर कोई व्यक्ति वीडियो कॉल पर आपको डराने की कोशिश करे, तो तुरंत कॉल काट दें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत करें।3. WhatsApp और स्काइप पर अनजान लिंक न खोलेंअगर कोई संदिग्ध लिंक भेजता है, तो उसे न खोलें। यह एक फ़िशिंग लिंक हो सकता है जो आपके डिवाइस को हैक कर सकता है।4. पब्लिक Wi-Fi पर सतर्क रहेंहैकर्स सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करके आपके डेटा को चुरा सकते हैं। सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का ही इस्तेमाल करें।5. OTP किसी के साथ साझा न करेंअगर कोई बैंक अधिकारी या सरकारी अधिकारी बनकर आपसे OTP मांगता है, तो यह ठगी का संकेत है।6. सोशल मीडिया अकाउंट्स की सुरक्षा बढ़ाएंटू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें।नियमित रूप से पासवर्ड बदलें।अनजान लोगों से मैसेज या कॉल से सावधान रहें।—निष्कर्ष: साइबर सुरक्षा अब पहले से ज्यादा जरूरीसरकार की यह बड़ी कार्रवाई साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए एक अहम कदम है। 7.81 लाख सिम और 83 हजार WhatsApp अकाउंट्स ब्लॉक करने से ठगों के नेटवर्क को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन साइबर ठगी से बचने के लिए लोगों को भी सतर्क रहना जरूरी है।किसी भी संदिग्ध कॉल या वीडियो कॉल पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें।WhatsApp, स्काइप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से संपर्क करने से बचें।साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए हमें खुद भी जागरूक रहना होगा और अपने परिवार व दोस्तों को भी सतर्क करना होगा। साइबर अपराधियों से बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है!
साइबर ठगों पर सरकार का बड़ा एक्शन: 7.81 लाख सिम और 83 हजार WhatsApp अकाउंट किए ब्लॉक
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