he story of the stubborn

कंगना रनौत: बचपन से जिद्दी, बेबाक और सफल ‘क्वीन’ की दमदार कहानी

Catholic: The story of the stubborn, outspoken and successful ‘Queen’ who was ambitious since childhood. : कंगना रनौत, बॉलीवुड की एक ऐसी अदाकारा हैं जो अपने बेबाक अंदाज, विवादों और सशक्त अभिनय के लिए जानी जाती हैं। वह हमेशा से ही अपने विचारों को खुले तौर पर व्यक्त करती रही हैं, चाहे वह फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद का मुद्दा हो या राजनीति से जुड़े विवाद। हाल ही में वह अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ और राजनीति में सासंद के रूप में एंट्री को लेकर चर्चाओं में हैं।

इमरजेंसी फिल्म और सिख समुदाय का विवाद

कंगना की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर, 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब इसे अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है। इसकी वजह सिख समुदाय की आपत्तियां हैं, जिन्होंने फिल्म की कहानी और इसके कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई। इस मुद्दे के कारण कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर स्टे लगा दिया है।

कंगना ने इंदिरा गांधी पर आधारित इस फिल्म में न केवल मुख्य भूमिका निभाई है, बल्कि इसका निर्देशन भी किया है। फिल्म के रिलीज टलने से कंगना एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई हैं, लेकिन यह पहली बार नहीं है जब कंगना का नाम विवादों में जुड़ा हो। वह अपने करियर के शुरुआत से ही विवादों में रही हैं और इसने उनके करियर को एक अलग पहचान दी है।

बचपन से जिद्दी और मजबूत इरादों वाली कंगना

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कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के एक छोटे से गांव में हुआ था। हालांकि, उनका बचपन आसान नहीं था। उनके जन्म पर परिवार में ज्यादा खुशी नहीं मनाई गई, क्योंकि उनके माता-पिता बेटे की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन कंगना ने कभी खुद को कमजोर नहीं समझा। वह शुरू से ही जिद्दी और अपने फैसलों में मजबूत रही हैं।

एक मीडिया इंटरव्यू में कंगना ने बताया था कि उनके पिता उनके भाई के लिए बंदूक और उनके लिए गुड़िया लाते थे, लेकिन कंगना ने हमेशा बंदूक की मांग की। उनका कहना था कि वह बचपन से ही लड़कों की तरह साहसी और जिद्दी थीं। यही जिद और दृढ़ संकल्प उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बनाने में मददगार साबित हुआ।

12वीं के बाद छोड़ी पढ़ाई और शुरू किया संघर्ष

कंगना के माता-पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें, लेकिन कंगना का सपना कुछ और ही था। उन्होंने 12वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी और मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा। यह फैसला उनके परिवार के खिलाफ था, इसलिए उन्हें घर छोड़ना पड़ा। बिना किसी मदद के, कंगना मुंबई पहुंचीं और फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने के लिए संघर्ष करने लगीं।

मुंबई में शुरुआती दिनों में कंगना को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा, और कई रातें जमीन पर सो कर गुजारनी पड़ीं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। कंगना ने कई ऑडिशन दिए, और आखिरकार उन्हें 2006 में अनुराग बासु की फिल्म ‘गैंगस्टर’ में ब्रेक मिला। इस फिल्म में उनके अभिनय को खूब सराहा गया और कंगना ने बॉलीवुड में अपनी जगह बना ली।

कंगना और विवाद: हर कदम पर रही सुर्खियों में

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कंगना रनौत का नाम विवादों से अक्सर जुड़ा रहा है। वह कई बार अपनी बेबाक टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में आईं। खासकर जब वह करण जौहर के शो में आईं और उन्होंने बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद का मुद्दा उठाया, जिससे बॉलीवुड के कई दिग्गज उनके खिलाफ हो गए। उन्होंने करण जौहर को सीधे तौर पर ‘भाई-भतीजावाद का ध्वजवाहक’ करार दिया।

इसके अलावा, कंगना का ऋतिक रोशन के साथ भी विवाद जगजाहिर है। कंगना ने ऋतिक पर गंभीर आरोप लगाए, और यह मामला लंबे समय तक मीडिया की सुर्खियों में रहा। इसके साथ ही, शिवसेना के नेता संजय राउत के साथ उनका वाद-विवाद भी चर्चित रहा, जब बीएमसी ने कंगना का मुंबई स्थित ऑफिस गिरा दिया था।

सांसद बनने के बाद भी विवादों से नाता नहीं टूटा

कंगना ने हाल ही में राजनीति में कदम रखा है और सांसद के रूप में अपने करियर की शुरुआत की है। लेकिन उनकी राजनीति की यात्रा भी विवादों से अछूती नहीं रही। सांसद बनने के कुछ ही समय बाद, उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के एक अधिकारी से थप्पड़ खाने की बात कह रही थीं।

इसके बावजूद कंगना अपने विचारों को बेबाकी से रखने के लिए जानी जाती हैं और उनके प्रशंसक उनकी इस विशेषता को पसंद करते हैं। वह हमेशा से ही एक स्वतंत्र विचारधारा वाली महिला रही हैं और अपने फैसलों पर अडिग रही हैं।

कंगना की सफल फिल्मों का सफर

कंगना रनौत के करियर की बात करें तो उन्होंने अपने दम पर कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। उनकी फिल्मों की सूची में ‘क्वीन’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’, ‘कृष 3’, ‘गैंगस्टर’, और ‘पंगा’ जैसी शानदार फिल्में शामिल हैं।

फिल्म ‘क्वीन’ में कंगना के अभिनय को बेहद सराहा गया और इस फिल्म ने उन्हें एक राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया। इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की, बल्कि कंगना को एक मजबूत अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया, जो अपने दम पर फिल्म को हिट कर सकती हैं।

अडिग और स्वतंत्र कंगना की पहचान

कंगना रनौत ने हमेशा अपने करियर में नए मापदंड स्थापित किए हैं। वह उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जिन्होंने बिना किसी बड़े फिल्मी बैकग्राउंड के इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई है। उनकी सफलता की कहानी संघर्ष और मेहनत की मिसाल है। वह न केवल अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं, बल्कि अपने विचारों को बेबाकी से व्यक्त करने के लिए भी।

कंगना का यह सफर संघर्षों से भरा रहा है, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके जिद्दी स्वभाव ने उन्हें यहां तक पहुंचाया है। चाहे उनकी निजी जिंदगी हो या फिल्मी करियर, कंगना ने हमेशा खुद को साबित किया है।

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