Bengal: कोलकाता हत्याकांड में न्याय को लेकर एस्प्लेनेड में दूसरे दिन भी BJP का प्रदर्शन, कल से TMC का धरना
Bengal: BJP’s protest in Esplanade for the second day for justice in Kolkata massacre, TMC’s protest from tomorrow : पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला से दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। जहां एक ओर भाजपा और अन्य विपक्षी दल पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए मुखर हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी अपना पक्ष रखने के लिए मैदान में उतरी हुई है।
भाजपा ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है और उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि उनकी पार्टी पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला मोर्चा की सदस्य महिला आयोग के कार्यालय के बाहर ताला लगाकर अपना विरोध दर्ज करेंगी। इस मामले में आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए भाजपा ने आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में भाजपा महिला मोर्चा ने महिला आयोग कार्यालय तक मार्च निकालने की योजना बनाई है।
एस्प्लेनेड में भाजपा का धरना शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा, जहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पीड़िता के लिए न्याय और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ममता बनर्जी की ममता कहां गई है? उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पीड़िता के माता-पिता की पीड़ा को नजरअंदाज कर रही हैं और बदले की भावना से काम कर रही हैं। पूनावाला ने कहा कि ममता बनर्जी न्याय की बजाय विरोध प्रदर्शनकारियों को हत्यारा और दंगाई बता रही हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
दूसरी ओर, टीएमसी ने भी अपनी रणनीति बनाई है। पार्टी ने पूरे बंगाल में कॉलेजों के खिलाफ प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से आरोपियों को मृत्युदंड देने के लिए कानून लाने की मांग की है। इसके साथ ही टीएमसी ने 31 अगस्त को पूरे राज्य में धरने पर बैठने की योजना बनाई है।
इस घटना ने न केवल राज्य की राजनीति को गरमा दिया है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी इसे लेकर चर्चाएं हो रही हैं। भाजपा जहां इसे लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है, वहीं टीएमसी भी अपनी प्रतिक्रिया में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं, जिससे राज्य की राजनीति और भी ध्रुवीकृत होती जा रही है।
इस मामले को लेकर दोनों ही दलों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है, जिसमें एक तरफ भाजपा पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रही है, वहीं दूसरी ओर टीएमसी भी अपने कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मामले में क्या नया मोड़ आता है और राज्य की राजनीति में यह मामला कितना गहराता है।