Australian team's focus will be on stopping this Indian batsman

कोहली या रोहित नहीं, इस भारतीय बल्लेबाज को रोकने पर रहेगा ऑस्ट्रेलियाई टीम का ध्यान, कमिंस का बड़ा बयान

Australian team’s focus will be on stopping this Indian batsman, not Kohli or Rohit, big statement from Cummins : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली बहुचर्चित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) की शुरुआत 22 नवंबर से पर्थ में होगी। हर बार की तरह इस बार भी भारतीय टीम से कई सितारों पर नजरें रहेंगी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस का कहना है कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की जगह उनका ध्यान इस बार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को रोकने पर ज्यादा रहेगा।

ऋषभ पंत पर ध्यान क्यों?

कमिंस का मानना है कि ऋषभ पंत उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनके पास अकेले दम पर मैच का रुख बदलने की अद्भुत क्षमता है। यही कारण है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम विशेष रूप से पंत को रोकने के लिए रणनीति बना रही है। पंत ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी धाकड़ बल्लेबाजी से यह साबित किया है कि वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं।

पिछली बार जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तो पंत ने निर्णायक भूमिका निभाई थी। विशेष रूप से गाबा टेस्ट में, जहां पंत की नाबाद 89 रन की पारी ने न केवल भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई, बल्कि ऑस्ट्रेलिया को गाबा में 32 साल बाद पहली बार हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया और पंत ने इस जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

पंत की वापसी और चुनौती

ऋषभ पंत ने हाल ही में 632 दिनों के लंबे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की है। दिसंबर 2022 में कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद पंत क्रिकेट से बाहर हो गए थे। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से वापसी की और चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जड़कर अपने पुराने अंदाज में लौटने का संकेत दिया।

पंत की वापसी ने भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों के साथ-साथ टीम को भी एक बड़ा मनोबल बढ़ाया है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और निरंतरता ने उन्हें भारतीय टेस्ट टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक बना दिया है।

ऑस्ट्रेलिया की रणनीति

पैट कमिंस ने स्पष्ट किया है कि उनकी टीम पंत को रोकने के लिए खास रणनीति बनाएगी। कमिंस ने कहा, “पंत एक ऐसा खिलाड़ी है, जिसका पिछले कुछ सीरीज में बहुत बड़ा प्रभाव रहा है। हमें उसे शांत रखने की कोशिश करनी होगी। हर टीम में एक-दो ऐसे खिलाड़ी होते हैं, जो मैच का रुख बदल सकते हैं।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारतीय टीम आक्रामक रणनीति के साथ खेलने वाली है, और पंत जैसा खिलाड़ी इसमें प्रमुख भूमिका निभा सकता है। कमिंस के अनुसार, “अगर आप थोड़ा भी चूकते हैं, तो पंत जैसे खिलाड़ी उसका पूरा फायदा उठाने के लिए तैयार रहते हैं। हमारे पास ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श जैसे खिलाड़ी हैं, जो आक्रामक खेल दिखाते हैं, और हमें उनके साथ-साथ पंत जैसे खिलाड़ियों से भी निपटना होगा।”

पंत का ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन

ऋषभ पंत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अब तक का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा है। पंत ने अपनी पिछली दो टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 12 पारियों में 62.40 के औसत से 624 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 159 रन है।

उनकी बल्लेबाजी की खासियत यह है कि वह अपने गैरपारंपरिक शॉट्स, जैसे रिवर्स स्वीप और एक हाथ से फ्लिक शॉट, के लिए जाने जाते हैं, जो विपक्षी गेंदबाजों के लिए सिरदर्द साबित होते हैं। गाबा टेस्ट में खेली गई उनकी 89 रनों की पारी ने तो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया।

भारत की नजरें तीसरी जीत पर

भारत ने लगातार दो बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती है, और इस बार उसकी नजरें इस ट्रॉफी को तीसरी बार जीतने पर हैं। ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारतीय टीम ने पहले भी कंगारू टीम को हराकर अपनी श्रेष्ठता साबित की है, और पंत ने इन जीतों में निर्णायक भूमिका निभाई है।

कमिंस का बयान और पंत का प्रभाव

पैट कमिंस का मानना है कि इस बार का मुकाबला और भी कठिन होगा क्योंकि भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो बड़े मैचों में शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। विशेष रूप से पंत के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत होगी, क्योंकि वह मैच का रुख बदल सकते हैं।

कमिंस ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत के दौरान कहा, “पंत पिछली कुछ सीरीज में बहुत बड़ा प्रभाव डाल चुके हैं और हमें उन्हें शांत रखने की पूरी कोशिश करनी होगी। वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जो अकेले दम पर मैच का रुख बदल सकते हैं।”

नतीजा

ऋषभ पंत की आक्रामकता और मैच जिताने की क्षमता ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। हालांकि रोहित शर्मा और विराट कोहली भारतीय टीम के बड़े सितारे हैं, लेकिन पंत की भूमिका इस सीरीज में निर्णायक साबित हो सकती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम उनकी आक्रामकता से भली-भांति वाकिफ है और कमिंस के बयान से यह साफ है कि कंगारू टीम पंत को रोकने के लिए विशेष रणनीति तैयार कर रही है।

अब देखना दिलचस्प होगा कि 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पंत का प्रदर्शन कैसा रहता है और क्या वह एक बार फिर से भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाते हैं।

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