गंभीर का करारा जवाब – दुबई में खेलने से कोई अनुचित फायदा नहीं
IND vs AUS: Does playing in Dubai benefit the Indian team? Gautam Gambhir lashes out at critics : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मात देकर फाइनल में जगह पक्की कर ली। अब खिताबी मुकाबला 9 मार्च को खेला जाएगा, जिसमें भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच विजेता टीम से होगा।
हालांकि, टूर्नामेंट के दौरान कई आलोचकों और पूर्व क्रिकेटर्स ने भारत पर आरोप लगाया कि उसे पूरे टूर्नामेंट के दौरान दुबई में खेलने का फायदा मिला। पाकिस्तान समेत कुछ अन्य देशों के पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल उठाए कि अन्य टीमों को पाकिस्तान से दुबई यात्रा करनी पड़ी, जबकि टीम इंडिया ने अपने सभी मैच इसी मैदान पर खेले।
जब भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर से इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कड़े शब्दों में आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि भारत को कोई अनुचित फायदा नहीं मिला।
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गौतम गंभीर ने आलोचकों को दिया करारा जवाब

‘हमने यहां कोई अभ्यास भी नहीं किया’ – गंभीर
गौतम गंभीर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ तौर पर कहा कि भारतीय टीम को दुबई में खेलने से कोई विशेष लाभ नहीं मिला। उन्होंने बताया कि टीम ने इस मैदान पर एक भी अभ्यास सत्र नहीं किया।
गंभीर ने कहा –
“काफी लोग अनुचित लाभ की बातें कर रहे हैं, लेकिन कौन सा फायदा? सबसे पहली बात, हमारे लिए भी यह उतना ही तटस्थ स्थान (neutral venue) है जितना बाकी टीमों के लिए।”
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि भारतीय टीम ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कोई अभ्यास नहीं किया, बल्कि टीम आईसीसी अकादमी ग्राउंड में अभ्यास कर रही थी।
“हमने इस मैदान पर एक भी दिन प्रैक्टिस नहीं की। हम आईसीसी अकादमी पर अभ्यास कर रहे थे, जहां के हालात इस मैदान से पूरी तरह अलग हैं।”
भारत का शानदार रिकॉर्ड, लेकिन कोई अनुचित लाभ नहीं
गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि भारतीय टीम ने अब तक दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए सभी मैचों में जीत हासिल की है और फाइनल तक का सफर तय किया है।
- भारत ने दुबई में खेले गए 10 में से 9 मुकाबले जीते हैं और एक मैच बेनतीजा रहा।
- टीम इस मैदान पर अजेय नजर आई।
हालांकि, गंभीर का कहना था कि यह कड़ी मेहनत और टीम रणनीति का नतीजा है, न कि किसी विशेष लाभ का।
‘मुझे याद नहीं यहां आखिरी टूर्नामेंट कौन सा हुआ’
गौतम गंभीर ने आलोचकों की बातों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत के लिए यह भी नया अनुभव ही था।
“मुझे याद भी नहीं कि इस स्टेडियम पर आखिरी बार कौन सा बड़ा टूर्नामेंट खेला गया था। हम यहां किसी खास फायदे के लिए नहीं आए हैं, बल्कि हमने मेहनत की है और अपने खेल पर ध्यान दिया है।”
उन्होंने साफ किया कि टीम के पास पहले से इस पिच को लेकर कोई विशेष जानकारी नहीं थी और उन्होंने परिस्थितियों के हिसाब से रणनीति बनाई।
क्या भारत ने स्पिनर्स को रणनीति के तहत चुना?

गौतम गंभीर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत ने परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम संयोजन में बदलाव किए।
- भारत ने सेमीफाइनल में दो से तीन स्पिनर्स को खिलाया, लेकिन यह फैसला पहले से तय नहीं था।
- उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से मैच की परिस्थितियों और रणनीति का हिस्सा था।
- गंभीर ने कहा,
“अगर हमारे पास पंद्रह सदस्यीय टीम में दो स्पिनर्स हैं, तो हम उन्हें पाकिस्तान में खेलें या कहीं और, जरूर खिलाएंगे। क्योंकि यह उपमहाद्वीप की परिस्थितियों के अनुकूल रणनीति है।”
उन्होंने इस दावे को भी खारिज किया कि भारत को परिस्थितियों की पहले से जानकारी थी।
आलोचनाओं के बावजूद टीम इंडिया फाइनल में
टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार प्रदर्शन किया और अजेय रहते हुए फाइनल में पहुंची।
- भारतीय टीम ने लीग स्टेज में हर मैच में बेहतरीन खेल दिखाया।
- सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल का टिकट पक्का किया।
- टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों शानदार रहीं।
हालांकि, कुछ लोग भारतीय टीम की सफलता को मैदान से जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन गौतम गंभीर ने साफ कर दिया कि यह सिर्फ टीम की मेहनत और रणनीति का नतीजा है।
दुबई में खेलने का फायदा – हकीकत या बहस का मुद्दा?
आलोचकों के तर्क:
- भारतीय टीम को दुबई में लगातार खेलने का फायदा मिला, जबकि अन्य टीमों को पाकिस्तान से यात्रा करनी पड़ी।
- भारत ने इस मैदान की परिस्थितियों को अच्छे से समझ लिया, जिससे उन्हें बढ़त मिली।
गौतम गंभीर के जवाब:
- भारत को इस मैदान पर कोई खास फायदा नहीं मिला, क्योंकि यह भी एक तटस्थ स्थान था।
- टीम ने यहां कोई अभ्यास भी नहीं किया, इसलिए पहले से कोई फायदा नहीं था।
- भारत ने अपनी मेहनत और रणनीति के दम पर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया।
निष्कर्ष: भारतीय टीम की सफलता मेहनत का नतीजा
गौतम गंभीर की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया कि टीम इंडिया ने अपनी कड़ी मेहनत और सही रणनीति से चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बनाई है।
- दुबई में खेलने से कोई अनुचित लाभ नहीं मिला।
- भारत ने मैदान की परिस्थितियों से ज्यादा अपनी रणनीति और प्रदर्शन पर ध्यान दिया।
- सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर जीत भारतीय टीम की काबिलियत को दर्शाती है।
अब 9 मार्च को फाइनल मुकाबले में भारत किस टीम से भिड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन एक बात तो तय है – टीम इंडिया जीत के इरादे से उतरेगी और अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखने की कोशिश करेगी।