अब मोबाइल पर मिलेगा नेटवर्क कवरेज का पूरा विवरण: TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को दिए नए निर्देश
Now complete details of network coverage will be available on mobile: TRAI gives new instructions to telecom companies : देश में नेटवर्क कवरेज को लेकर आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने बड़ा कदम उठाया है। अब उपभोक्ता अपने मोबाइल एप्लिकेशन पर ही नेटवर्क कवरेज की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को इसके लिए सख्त निर्देश दिए हैं। आइए जानते हैं इस नई पहल के प्रमुख पहलुओं और इसके फायदों के बारे में।
TRAI का नया कदम: कवरेज मैप्स की अनिवार्यता
TRAI ने सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिया है कि वे अपने कवरेज मैप्स को नियमित रूप से अपडेट करें। यह तब भी लागू होगा जब:
- नया सेल टॉवर चालू हो।
- किसी टॉवर को बंद कर दिया जाए।
- किसी क्षेत्र में नेटवर्क में कोई परिवर्तन हो।
इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके क्षेत्र की नेटवर्क उपलब्धता की जानकारी देना है, ताकि उन्हें भविष्य में नेटवर्क समस्याओं का सामना न करना पड़े।
नेटवर्क कवरेज के रंग आधारित मानचित्र
TRAI ने 2G, 3G, 4G और 5G नेटवर्क कवरेज को दिखाने के लिए एक रंग-आधारित योजना तैयार की है। इसके तहत:
- प्रत्येक तकनीक को एक अलग रंग में प्रदर्शित किया जाएगा।
- कवरेज क्षेत्र की बाहरी सीमाओं पर न्यूनतम सिग्नल स्ट्रेंथ को निर्धारित किया गया है।
- यह सिग्नल स्ट्रेंथ नेटवर्क की अधिकतम क्षमता के 50% लोड पर आधारित होगी।
- जहां सिग्नल स्ट्रेंथ न्यूनतम सीमा से कम होगी, उसे “नो कवरेज एरिया” के रूप में दर्शाया जाएगा।
मोबाइल एप्लिकेशन में नई सुविधाएं
अब उपभोक्ताओं को उनके टेलीकॉम ऑपरेटर के मोबाइल एप पर ही नेटवर्क कवरेज की जानकारी उपलब्ध होगी। इसके तहत:
- टेक्नोलॉजी टॉगल: उपयोगकर्ता अलग-अलग तकनीकों (2G, 3G, 4G, 5G) के कवरेज को चुन सकेंगे।
- सर्च सुविधा: राज्य, जिला, शहर, या गांव का नाम डालकर कवरेज का पता लगाया जा सकेगा।
- लीजेंड (Legend): कवरेज मैप में दिखाए गए रंगों और चिन्हों का अर्थ स्पष्ट किया जाएगा।
वेबसाइट पर कवरेज मैप्स की उपलब्धता
TRAI ने यह भी सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक टेलीकॉम ऑपरेटर की वेबसाइट पर कवरेज मैप्स आसानी से उपलब्ध हों।
- होमपेज पर एक-क्लिक नेविगेशन: उपयोगकर्ता आसानी से कवरेज मैप्स तक पहुंच सकें।
- नेविगेशन बार: इसमें “कवरेज मैप” का एक अलग विकल्प जोड़ा जाएगा, जो सीधे संबंधित पेज पर ले जाएगा।
कवरेज मैप्स में मुख्य तत्व
TRAI द्वारा निर्धारित कवरेज मैप्स में निम्नलिखित तत्व शामिल होंगे:
- मैप बेस लेयर: इसमें सड़क, गांव, जिला और राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की सीमाओं के साथ स्थानों के नाम दिखाए जाएंगे।
- टेक्नोलॉजी टॉगल: सभी नेटवर्क तकनीकों की कवरेज को एक साथ या अलग-अलग देखने का विकल्प।
- सर्च फीचर: उपयोगकर्ता अक्षांश और देशांतर (Latitude और Longitude) के आधार पर भी स्थान खोज सकेंगे।
उपभोक्ताओं को होंगे ये बड़े फायदे
- नेटवर्क समस्या की जानकारी: उपभोक्ता पहले से जान सकेंगे कि किसी क्षेत्र में नेटवर्क उपलब्ध है या नहीं।
- समय की बचत: नेटवर्क कवरेज की जानकारी मोबाइल पर मिलने से उपभोक्ता अनावश्यक भ्रम से बचेंगे।
- पारदर्शिता: टेलीकॉम कंपनियों और उपभोक्ताओं के बीच अधिक पारदर्शिता होगी।
- बेहतर सेवा चयन: उपभोक्ता उस टेलीकॉम ऑपरेटर का चयन कर सकेंगे, जो उनके क्षेत्र में बेहतर कवरेज प्रदान करता है।
TRAI का उद्देश्य: उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाना
TRAI की यह पहल नेटवर्क कवरेज की समस्या को दूर करने और उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आज भी देश के कई क्षेत्रों में नेटवर्क कवरेज एक बड़ी समस्या है। TRAI का मानना है कि यह कदम उपभोक्ताओं की शिकायतों को कम करने और सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायक होगा।
निष्कर्ष
नेटवर्क कवरेज की समस्या से जूझ रहे उपभोक्ताओं के लिए TRAI का यह निर्णय एक राहत भरी खबर है। अब उपभोक्ता मोबाइल एप और वेबसाइट के जरिए अपने क्षेत्र की नेटवर्क स्थिति की सटीक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इससे न केवल उपभोक्ता संतुष्टि बढ़ेगी बल्कि टेलीकॉम कंपनियों की सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
यह पहल देश के डिजिटल भविष्य को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।