Kanguva Collection Day 8: बॉक्स ऑफिस पर संघर्षरत ‘कंगुवा’, आठवें दिन की कमाई ने किया निराश
तमिल सुपरस्टार सूर्या की महत्वाकांक्षी फिल्म कंगुवा बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को आकर्षित करने में नाकाम साबित हो रही है। बड़े बजट में तैयार की गई यह फिल्म न केवल उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, बल्कि अपनी लागत तक निकालने में संघर्षरत है। आठवें दिन की कमाई ने यह साबित कर दिया कि यह फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में विफल रही है।
कंगुवा का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन
350 करोड़ रुपये के भारी-भरकम बजट से बनी कंगुवा अब तक केवल 63.78 करोड़ रुपये की कमाई कर पाई है। आठवें दिन का कलेक्शन महज 1.38 करोड़ रुपये रहा, जो कि बड़े स्टार और भव्य सेटअप वाली इस फिल्म के लिए बेहद निराशाजनक है।
कमाई के आंकड़े (8 दिन):
- पहले दिन: धमाकेदार शुरुआत की उम्मीदों के बावजूद कमाई संतोषजनक नहीं रही।
- आठवें दिन: केवल ₹1.38 करोड़ की कमाई, कुल आंकड़ा ₹63.78 करोड़ तक पहुंचा।
- बजट की तुलना में: लागत का एक बड़ा हिस्सा अब भी नहीं वसूल हो सका।
कंगुवा को दर्शकों ने क्यों नकारा?
1. कमजोर स्क्रिप्ट और लंबे स्क्रीनटाइम का असर
कंगुवा की कहानी पुर्नजन्म की पृष्ठभूमि पर आधारित है, लेकिन दर्शकों को इसमें कोई नई बात नजर नहीं आई। कहानी का धीमा और अनावश्यक रूप से खिंचाव दर्शकों को ऊबाने वाला लगा।
2. दर्शकों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे किरदार
बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल ने इस फिल्म में विलेन की भूमिका निभाई। हालांकि उनका लुक और किरदार प्रभावशाली था, लेकिन दर्शकों को वह जादू देखने को नहीं मिला, जो उन्होंने एनिमल में बिखेरा था।
3. तुलना ने बढ़ाई मुश्किलें
कंगुवा की तुलना लगातार बाहुबली और देवरा जैसी फिल्मों से की गई। नतीजतन, दर्शकों को यह फिल्म उन फिल्मों की कमजोर छाया जैसी महसूस हुई।
4. प्रचार का गलत प्रबंधन
फिल्म का ट्रेलर और प्रचार सामग्री दर्शकों में वह उत्साह नहीं जगा पाई, जो बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी ओपनिंग के लिए जरूरी होता है।
पुनर्जन्म आधारित फिल्मों की कहानी पर सवाल
पुनर्जन्म और इतिहास को जोड़कर फिल्मों में भव्यता और गहराई लाने का प्रयास किया जाता है। कंगुवा में भी यही फॉर्मूला अपनाया गया, लेकिन इसे दर्शकों ने नकार दिया।
पहले दिन का जादू नहीं चला
पहले दिन की कमाई उम्मीद से कम थी और फिल्म की कमजोर कहानी ने इसे और गिरा दिया।
क्या पुनर्जन्म का फॉर्मूला अब पुराना हो गया है?
पुनर्जन्म पर आधारित फिल्में, जैसे बाहुबली, केजीएफ, और आरआरआर ने अपने अनूठे तरीके से दर्शकों को बांधा, लेकिन कंगुवा के लिए यह फॉर्मूला काम नहीं कर पाया।
कमल हासन की ‘इंडियन 2’ से तुलना
कंगुवा की तुलना फ्लॉप फिल्मों से भी की जा रही है। हाल ही में रिलीज हुई इंडियन 2 ने भी आठ दिनों में 71.7 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था, जो कंगुवा के मुकाबले बेहतर है।
क्या बचा सकता है ‘कंगुवा’ को?
1. पॉजिटिव वर्ड ऑफ माउथ की जरूरत
फिल्म की गिरती कमाई को संभालने के लिए इसे दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया की सख्त जरूरत है।
2. डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज का सहारा
बॉक्स ऑफिस पर खराब प्रदर्शन के बाद, फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज कर ज्यादा दर्शकों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा सकता है।
3. फिल्म के संपादन में बदलाव
अगर संभव हो, तो फिल्म की लंबाई को कम करके इसे फिर से रिलीज करना दर्शकों का ध्यान खींच सकता है।
सूर्या के लिए क्या है आगे का रास्ता?
सूर्या तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में से एक हैं। कंगुवा के खराब प्रदर्शन के बावजूद, उनके फैंस उनकी अगली फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
भविष्य की परियोजनाएं:
सूर्या को अब ऐसी स्क्रिप्ट और प्रोजेक्ट्स पर ध्यान देना होगा, जो उनकी स्टार पावर को सही तरीके से इस्तेमाल कर सकें।
निष्कर्ष
कंगुवा एक बड़ी उम्मीदों वाली फिल्म थी, लेकिन कमजोर कहानी, ढीले निर्देशन और दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरा न उतरने के कारण यह बॉक्स ऑफिस पर असफल रही।
भले ही यह फिल्म अभी संघर्ष कर रही हो, लेकिन इसके साथ जुड़े कलाकारों और टीम के लिए यह एक सीखने का मौका है। आने वाले समय में, सूर्या और उनकी टीम बेहतर प्रोजेक्ट्स के साथ वापसी कर सकते हैं।
क्या आपने ‘कंगुवा’ देखी? हमें बताएं कि आपको यह फिल्म कैसी लगी।