Champions Trophy 2024

चैंपियंस ट्रॉफी 2024: क्या यूएई या दक्षिण अफ्रीका में होगा आयोजन?

Champions Trophy 2024 आईसीसी (ICC) द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के आयोजन स्थल को लेकर कई अहम सवाल उठाए जा रहे हैं। इस टूर्नामेंट को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें यह बताया गया है कि अगर पाकिस्तान इसे आयोजित करने से पीछे हटता है, तो यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट यूएई या दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जा सकता है।

हाइब्रिड मॉडल पर आईसीसी का नया प्रस्ताव

आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से एक अहम सवाल किया है: क्या वह हाइब्रिड मॉडल के तहत चैंपियंस ट्रॉफी आयोजित करने के लिए तैयार है? हाइब्रिड मॉडल का मतलब है कि भारत के मैच और फाइनल दुबई में खेले जाएंगे, जबकि बाकी मैच पाकिस्तान में आयोजित होंगे। सूत्रों के अनुसार, आईसीसी ने पीसीबी से इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया मांगी है, जिससे यह तय हो सके कि टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान में होगा या कहीं और।

क्या पाकिस्तान मानेगा हाइब्रिड मॉडल?

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, आईसीसी ने पीसीबी को यह सूचित किया है कि भारत अगले साल पाकिस्तान नहीं आएगा। यही कारण है कि पाकिस्तान चाहता है कि भारतीय टीम पाकिस्तान की यात्रा करे, जैसा कि पाकिस्तान की टीम ने पिछले साल भारत में हुए वनडे विश्व कप के लिए यात्रा की थी। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि पीसीबी हाइब्रिड मॉडल के तहत भारत के मैच दुबई में खेले जाने को स्वीकार नहीं करना चाहता।

यूएई और दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है आयोजन

अगर पाकिस्तान इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता और चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से मना कर देता है, तो यूएई या दक्षिण अफ्रीका को इस टूर्नामेंट का आयोजन सौंपा जा सकता है। एएनआई के अनुसार, दोनों देशों के नाम इस टूर्नामेंट के संभावित मेज़बान के रूप में सामने आ रहे हैं। इन दोनों देशों में पर्याप्त क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं हैं, जो इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए उपयुक्त हो सकती हैं।

भारत की यात्रा पर आईसीसी की स्थिति

चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भारतीय टीम के पाकिस्तान जाने की स्थिति पर चर्चा की जा रही है। पीसीबी और आईसीसी के बीच इस मुद्दे पर कई बैठकें हो चुकी हैं। हालांकि, भारत ने एशिया कप 2023 के दौरान पाकिस्तान यात्रा से मना कर दिया था, और अब चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भी भारतीय टीम की यात्रा पर सवाल उठ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) का मानना है कि सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान यात्रा करना मुश्किल हो सकता है।

हाइब्रिड मॉडल की तुलना एशिया कप से

2023 में हुए एशिया कप के दौरान भी हाइब्रिड मॉडल का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें भारत के मैच और फाइनल श्रीलंका में खेले गए थे, जबकि बाकी सभी मैच पाकिस्तान में हुए थे। इस मॉडल का उद्देश्य भारत की सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए टूर्नामेंट के आयोजन को संभव बनाना था। हालांकि, इस मॉडल पर काफी विवाद भी हुआ था, और अब चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी यही मॉडल प्रस्तावित किया जा रहा है।

पीसीबी का बयान

पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा था कि वह इस मॉडल को लेकर आईसीसी से स्पष्टीकरण चाहता है। पीसीबी के एक सूत्र ने बताया कि बोर्ड को सिर्फ यह जानकारी दी गई है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं आएगी, लेकिन हाइब्रिड मॉडल के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई। पीसीबी इस मॉडल पर बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन वह चाहता है कि टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही पूरी तरह से हो।

क्या पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करेगा?

पीसीबी के लिए यह एक कठिन निर्णय हो सकता है, क्योंकि पाकिस्तान चाहता है कि चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी उसे ही मिले। अगर वह हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार नहीं करता, तो पाकिस्तान को मेज़बानी से हाथ धोना पड़ सकता है। चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के लिए आखिरी फैसला अब पीसीबी और आईसीसी के बीच की बातचीत पर निर्भर करेगा।

अंत में

चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के आयोजन स्थल को लेकर जो असमंजस बना हुआ है, वह जल्द ही सुलझने की उम्मीद है। आईसीसी और पीसीबी के बीच हुई चर्चाओं के बाद, यह देखना होगा कि क्या पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करता है या नहीं। यदि पाकिस्तान इस मॉडल पर सहमत नहीं होता, तो यूएई या दक्षिण अफ्रीका को मेज़बानी सौंप दी जा सकती है। अब यह समय बताएगा कि यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट कहां आयोजित होगा और क्रिकेट प्रेमियों को किस देश में इसका आनंद लेने का मौका मिलेगा।

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