डेंगू: मच्छर जनित इस बीमारी से देश के कई राज्य प्रभावित, प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के उपाय
Rating: Many states of the country are affected by this mosquito borne disease, measures to increase plate plate count : हाल के दिनों में भारत के कई राज्य डेंगू के बढ़ते मामलों का सामना कर रहे हैं। विशेष रूप से कर्नाटक जैसे राज्यों में मच्छर जनित इस रोग ने काफी कहर बरपाया है। कर्नाटक में डेंगू के मामले इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं, जहां अब तक 25,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। राज्य सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डेंगू को महामारी घोषित कर दिया है।
कर्नाटक में डेंगू का कहर
तीन सितंबर तक कर्नाटक में कुल 25,589 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं, और 12 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा अब तक का सबसे अधिक है, जिससे राज्य में डेंगू का प्रकोप साफ नजर आ रहा है। इसके अलावा, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों में भी डेंगू के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता को मच्छरों से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी है। डेंगू का सबसे बड़ा खतरा यह होता है कि इस बीमारी में रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से घटने लगती है, जिससे आंतरिक रक्तस्राव (Internal bleeding) का खतरा बढ़ जाता है। अगर समय पर इसका उपचार नहीं किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है।
डेंगू में प्लेटलेट्स की कमी का खतरा
डेंगू वायरस शरीर पर गंभीर प्रभाव डालता है, खासकर रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या पर। प्लेटलेट्स वह रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो खून को जमने में मदद करती हैं। एक सामान्य वयस्क व्यक्ति के शरीर में प्रति माइक्रोलिटर रक्त में 150,000 से 450,000 प्लेटलेट्स होते हैं। अगर डेंगू के कारण प्लेटलेट्स की संख्या घटकर 150,000 से कम हो जाती है, तो शरीर में खून का जमना धीमा हो जाता है, जिससे आंतरिक रक्तस्राव की संभावना बढ़ जाती है।
डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट एक सामान्य समस्या है, और अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए उचित आहार और उपाय करना जरूरी हो जाता है।
प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के उपाय
डेंगू जैसी स्थिति में रक्त में प्लेटलेट्स की कमी को रोकने और उनकी संख्या को बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय किए जा सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में:
1. फोलेट से भरपूर आहार का सेवन करें
फोलेट, जिसे विटामिन बी9 भी कहा जाता है, प्लेटलेट्स के उत्पादन और रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। यह शरीर में स्वस्थ रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, एक वयस्क को रोजाना कम से कम 400 माइक्रोग्राम फोलेट की जरूरत होती है।
फोलेट प्राप्त करने के लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियों, रेड मीट, पालक, स्प्राउट्स, और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। इनसे न केवल शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ेगी, बल्कि डेंगू जैसी बीमारियों से भी शरीर को मजबूती मिलेगी।
2. विटामिन बी12 का सेवन करें
विटामिन बी12 भी लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। अगर शरीर में विटामिन बी12 की कमी हो जाए, तो इससे प्लेटलेट्स काउंट भी कम हो सकता है। इसलिए डेंगू के मरीजों को अपने आहार में विटामिन बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 2.4 माइक्रोग्राम विटामिन बी12 की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप मांस, चिकन, अंडे, फैटी फिश और नट्स-सीड्स का सेवन कर सकते हैं। इससे न केवल प्लेटलेट्स काउंट बढ़ेगा, बल्कि शरीर में रक्त कोशिकाओं का निर्माण भी बेहतर ढंग से हो सकेगा।
3. पपीते के पत्ते का अर्क (पैपया लीफ एक्सट्रैक्ट)
पपीते के पत्ते का अर्क डेंगू के उपचार में काफी चर्चित रहा है। कुछ शोधों में पाया गया है कि पपीते के पत्ते का सेवन प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। एक अध्ययन में यह देखा गया कि चार में से तीन मामलों में, पपीते के पत्ते का अर्क प्लेटलेट्स की संख्या में वृद्धि करता है।
हालांकि, पपीते के पत्ते के अर्क की प्रमाणिकता के लिए अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है, लेकिन कई डेंगू रोगियों ने इसके सेवन से सकारात्मक परिणाम पाए हैं। फिर भी, डेंगू के मरीजों को बिना डॉक्टरी सलाह के इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
4. विटामिन सी का सेवन
विटामिन सी शरीर में प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। यह शरीर को आयरन के अवशोषण में मदद करता है, जो रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। इसके अलावा, विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
विटामिन सी के अच्छे स्रोतों में संतरा, नींबू, आम, आंवला और बेल शामिल हैं। इनका नियमित सेवन डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव में मदद कर सकता है और प्लेटलेट्स काउंट को भी संतुलित रख सकता है।
5. हाइड्रेशन (पर्याप्त पानी पीना)
डेंगू में हाइड्रेशन यानी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। शरीर में पानी की कमी होने से रक्त का घनत्व बढ़ जाता है, जिससे प्लेटलेट्स काउंट में गिरावट आ सकती है। इसलिए, डेंगू के मरीजों को भरपूर मात्रा में पानी, नारियल पानी, जूस और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
मच्छरों से बचाव के उपाय
डेंगू से बचने के लिए मच्छरों से बचाव बेहद जरूरी है। मच्छर जनित इस बीमारी को रोकने के लिए निम्नलिखित एहतियाती कदम उठाए जा सकते हैं:
- अपने घर और आसपास पानी जमा न होने दें। रुके हुए पानी में मच्छर पनपते हैं।
- घर के खिड़की और दरवाजों पर मच्छरदानी लगाएं।
- मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें।
- पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें, ताकि मच्छरों से बचा जा सके।
- मच्छरदानी का प्रयोग सोते समय करें।
निष्कर्ष
डेंगू एक खतरनाक बीमारी है, जिसमें रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरती है और आंतरिक रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है। इस बीमारी से बचने के लिए उचित एहतियाती कदम उठाने और स्वस्थ आहार का सेवन करना जरूरी है। डेंगू के मरीजों को विटामिन बी12, फोलेट, विटामिन सी, और हाइड्रेशन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही, मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाकर इस बीमारी से खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है।
नोट: यह लेख डॉक्टर्स का सलाह और मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।