ED arrested Amanatsoe Khan

Arrested: दिल्ली की राजनीति में उठा विवाद; ED ने अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार, जाने क्या हैं पूरा मामला 

Arrested: Controversy arose in Delhi politics; ED arrested Amanatsoe Khan, know what is the whole matter : दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर से घमासान मच गया है, और इस बार मामला आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी से जुड़ा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस घटना ने भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।

अमानतुल्लाह खान पर लगे आरोप

अमानतुल्लाह खान, जो कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं, पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बोर्ड में अवैध भर्तियां कीं और पैसों का दुरुपयोग किया। भाजपा ने दावा किया है कि खान ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए लोगों से नौकरी के नाम पर अवैध तरीके से धन वसूला। इस आरोप के बाद ED ने उनके खिलाफ जांच शुरू की और इसी सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया।

भाजपा की प्रतिक्रिया

भाजपा के नेताओं ने इस गिरफ्तारी को भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए एक सही कदम के रूप में प्रस्तुत किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि देश में कानून का शासन है और जो भी भ्रष्टाचार करेगा, उसे उसका जवाब देना पड़ेगा। सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं, तो AAP के नेताओं में इतनी घबराहट क्यों है? उन्होंने आरोप लगाया कि AAP के कई नेता अपराध और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और जब उन पर कार्रवाई की जाती है, तो वे घबराकर शोर मचाने लगते हैं।

भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अमानतुल्लाह खान के खिलाफ संगीन आरोप हैं और जब वह वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने अवैध तरीके से लोगों से पैसे लिए। स्वराज ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया कि वे प्रचार, प्रसार और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और इसी के माध्यम से अपनी जेबें भरते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, वह कानून के दायरे से बाहर नहीं है और उसे जांच में सहयोग करना चाहिए।

भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने भी AAP पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता, विशेषकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, और उनके विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। जब इन पर कानूनी कार्रवाई की जाती है, तो वे शोर मचाने लगते हैं। चंदोलिया ने यह भी कहा कि अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड से जुड़े कई केस दर्ज हैं और उनकी गिरफ्तारी कानून के दायरे में हुई है।

आम आदमी पार्टी का रुख

दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और विपक्षी नेताओं को फंसाने की कोशिश कर रही है। AAP के नेताओं का कहना है कि भाजपा उनके नेताओं को निशाना बनाकर उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने की कोशिश कर रही है।

आम आदमी पार्टी के नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अमानतुल्लाह खान ने कोई भी गैरकानूनी काम नहीं किया है और उन्हें फर्जी आरोपों में फंसाया जा रहा है। AAP का दावा है कि खान ने वक्फ बोर्ड में अपने कार्यकाल के दौरान ईमानदारी से काम किया और जो भी भर्तियां कीं, वे सभी कानूनी प्रक्रिया के तहत की गईं।

राजनीति में उठता विवाद

इस पूरे मामले ने दिल्ली की राजनीति में भूचाल ला दिया है। भाजपा और AAP के बीच इस मुद्दे पर घमासान जारी है। जहां भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है, वहीं AAP इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दे रही है। इस विवाद के चलते दिल्ली की राजनीतिक तापमान एक बार फिर से बढ़ गया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गर्मा सकता है।

निष्कर्ष

अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी ने एक बार फिर से दिल्ली की राजनीति को गरमा दिया है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। जहां भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रही है, वहीं AAP इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दे रही है। इस मामले का सच क्या है, यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, लेकिन फिलहाल यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक बड़े विवाद का रूप ले चुका है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और इसका राजनीतिक परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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